गोपीचंद थोटाकुरा
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गोपीचंद थोटाकुरा अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय नागरिक बनकर इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। वह न्यू शेफर्ड-25 (एनएस-25) मिशन के लिए चालक दल के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा करेंगे। अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस की अंतरिक्ष कंपनी ब्लू ओरिजिन के इस मिशन के लिए उड़ान की तारीख का जल्द एलान किया जाएगा। भारतीय वायुसेना के पूर्व पायलट विंग कमांडर राकेश शर्मा साल 1984 में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय नागरिक थे।
एक इंटरव्यू में थोटाकुरा ने इस अंतरिक्ष यात्रा के लिए अपने सपने और जुनून के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे यह मिशन धरती माता की रक्षा करने की दिशा में काम कर रहा है और कैसे आगे अंतरिक्ष पर्यटन के लिए रास्ते खोल सकता है। यह थोटाकुरा के लिए बहुत गर्व और उत्साह का क्षण है। अपनी भावनाओं को जाहिर करते हुए वह कहते हैं, मेरी डिक्शनरी (शब्दकोष) में अभी अपनी भावनाओं को जताने के लिए कोई शब्द नहीं हैं।
उन्होंने ब्लू ओरिजिन की टैगलाइन ‘फॉर द बेनिफिट ऑफ अर्थ’ (धरती के लाभ के लिए) पर जोर दिया और कहा कि उन्हें यह भी लगता है कि धरती मता की रक्षा करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वह धरती मां की रक्षा करने के लिए ग्रह के बाहर जीवन और रोमांच की तलाश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ब्लू ओरिजिन ने अंतरिक्ष पर्यटन को बढ़ाने और उस क्षेत्र में आने के लिए एक निजी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन खोलने के लिए नासा के साथ करार किया है। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि अंतरिक्ष पर्यटन वह जगह जहां भविष्य है। गोपीचंद इस बात पर भी जोर देते हैं कि कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को पूरा कर सकता है। वह भावी पीढ़ियों को सुझाव देते हुए कहते हैं कि अगर कोई अपने सपनों पर टिका रहता है और अपना रास्ता बनाता है तो वह अपने सपनों को पूरा कर सकता है।