satta ka sangram
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
अमर उजाला का चुनावी रथ सत्ता का संग्राम आज दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले में पहुंच गया है। यहां चाय पर चर्चा के दौरान लोगों ने अपनी बात बेबाकी से रखी। छोटू चाय वाले की दुकान पर चर्चा में बड़ी मार्केट और बेरोजगारी के मुद्दे उठे।
एक मतदाता राकेश स्वामी ने कहा कि हमें लोकल का प्रत्याशी मिला है। जिस तरीके से गाजियाबाद है, यहां ट्रांसपोर्ट नगर नहीं है। ट्रांसपोर्ट नगर बनना चाहिए। मार्बल, फर्नीचर, किराना मंडी के लिए एक निर्धारित स्थान होना चाहिए। हमें एक जगह मिलनी चाहिए। जीडीए और निगम से यह कि छोटी-छोटी कॉलोनियों में दुकानों की जगह गवर्नमेंट की तरफ से मार्केट बनाकर देनी चाहिए।
एक मतदाता ने कहा कि यह चुनाव लोकल का नहीं है। इससे देश की दिशा तय होती है। मोदी सरकार ने पिछले दस साल में अच्छा काम दिया है। विपक्ष को अपने कार्यकाल के काम गिनाने चाहिए। सपा सरकार ने अपने कार्यकाल में क्या किया, यह भी बताना चाहिए। योगी और मोदी सरकार में सुरक्षा को लेकर काफी ध्यान दिया जा रहा है। आज के समय में बहन-बेटियां आराम से आती जाती हैं, पहले ऐसा नहीं था। पहले अपहरण हुए हैं, पहले फिरौती मांगी जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होता है।
एक अन्य मतदाता सचिन सोनी ने कहा कि गाजियाबाद में फर्नीचर और किराना की बड़ी मार्केट बनना चाहिए, ऐसा करने से शहर में जाम से मुक्ति मिलेगी।
एक मतदाता विनीत गौड़ ने कहा कि गाजियाबाद पहले इंडस्ट्रियल हब होता था। फिर एजुकेशन हब हुआ। आज वो अपराध की इंडस्ट्री बन चुका है। ये जो अपने मन की बात बताते हैं कि अपराध खत्म हो चुका है, एनसीआरबी की दिसंबर 2023 की रिपोर्ट है, जिसमें 144 फीसदी की वृद्धि अपराध में गाजियाबाद में हो चुकी है। रोज अखबार पढ़ेंगे तो अपराध की खबरें मिलेंगी। कमिश्नरेट होने के बाद भी सुविधाएं नहीं मिल रही। गाजियाबाद में कानून व्यवस्था बिल्कुल बेकार है। केंद्र के घोषणा पत्र में कोई विजन नहीं है, सरकार सिर्फ फ्री रोटी खिलाएगी।
एक मतदाता अजीत निगम ने कहा कि शहर में लॉ एंड ऑर्डर अच्छा होना चाहिए, जीडीए या नगर निगम से जनता की जो समस्याएं हैं, उनका समाधान होना चाहिए, महंगाई भी है, बेरोजगारी भी है।
एक मतदाता राजेश बंसल ने कहा कि इस सरकार ने जो कहा है, वो पूरा करके दिखाया है, उन्होंने राम मंदिर बनाया, अनुच्छेद 370 हटाया। जो काम रह गया है, वो भी होना चाहिए।
एक मतदाता विपिन अग्रवाल ने कहा कि इस सरकार ने जो वादे किए, वो पूरे नहीं हुए। मकान देने का वादा हुआ, वो भी नहीं मिल रहे, राशन की बात करें तो राशन के लिए लोगों को पूरे दिन लाइन में लगना पड़ता है। 50 लोगों को एक दिन में राशन मिलता है। काम मिलना चाहिए। बेरोजगारी दूर होनी चाहिए।
एक मतदाता सुबोध गुप्ता ने कहा कि इस सरकार में जो भी कार्य हो रहे हैं, लोगों के हित में हैं, व्यापारियों के हित में हो रहे हैं। पिछली सरकारों में व्यापारी भय से बहुत परेशान था। रंगदारी मांगी जाती थी। अपहरण होते थे, महिलाएं सुरक्षित नहीं थीं। अब महिलाएं भी सुरक्षित है, व्यापारी भी सुरक्षित हैं, अब भयमुक्त प्रदेश और देश है।
एक मतदाता संजय ने कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ है। कोई काम बिना पैसे के नहीं होता, जो काम सौ रुपये का है, वो एक हजार रुपये में होता है। घर बैठकर कुछ नहीं होता है। भ्रष्टाचार बहुत बढ़ा है।
एक मतदाता ने कहा कि विकास पर चुनाव होना चाहिए। सनातन पर चुनाव नहीं होना चाहिए। बंटवारे की सियासत नहीं होनी चाहिए।
एक मतदाता ने कहा कि आज आयुष्मान कार्ड 70 साल वालों की जरूरत है या 50 साल के लोगों को। 50 साल वाले व्यक्ति को सबसे ज्यादा जरूरत है।
उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद उत्तर भारत का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र है। 2019 में यहां से भाजपा ने वीके सिंह को मैदान में उतारकर जीत हासिल की थी। इस बार उनका टिकट काटकर अतुल गर्ग पर पार्टी ने भरोसा जताया है।
वहीं, कांग्रेस पार्टी ने डॉली शर्मा को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है। बहुजन समाज पार्टी की ओर से नंदकिशोर पुंडीर मैदान में हैं। निर्दलीय प्रत्याशियों के रूप में कविता और अभिषेक पुंडीर ताल ठोक रहे हैं।