बच्चे को उपचार के लिए अस्पताल लाया पिताा
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रामपुर के एक घर में आया नया ई-रिक्शा एक परिवार को जीवनभर का दर्द दे गया। शाहबाद के हुसैनगंज गांव में शुक्रवार को तीन वर्षीय लखन के दादा नया ई-रिक्शा लेकर आए थे। वह चाबी लगी छोड़कर अंदर चले गए। घर के बाहर खेलते हुए लखन ई-रिक्शा पर चढ़ गया और एक्सीलेटर दबा दिया।
अनियंत्रित होकर ई-रिक्शा पलट गया और उसके नीचे दबकर बच्चे की मौत हो गई। हुसैनगंज गांव निवासी जितेंद्र के पिता शुक्रवार को परिवार के पालन-पोषण के लिए बड़ी उम्मीदों के साथ नया ई-रिक्शा लाए थे। शुक्रवार शाम को ई-रिक्शा घर के बाहर खेतों की ओर खड़ा हुआ था।
सभी लोग घर के अंदर थे। ई-रिक्शा में चाबी लगी हुई थी। इसी दौरान जितेंद्र का बेटा लखन खेलता हुआ ई-रिक्शा पर चढ़ गया और एक्सीलेटर दबा दिया। तेजी के साथ ई-रिक्शा आगे बढ़ा और अनियंत्रित होकर खेत में घुसकर पलट गया। लखन ई-रिक्शा के नीचे ही दब गया। चीख सुनकर परिजन बाहर आए और ई-रिक्शा को हटाया।
लखन के सिर से खून बहता देखकर मां बेसुध हो गईं। परिजन तुरंत घायल लखन को लेकर सीएचसी पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया। पिता जितेंद्र बेटे को गोद में लिए बिलख-बिलख कर रोने लगे। परिजनों ने बताया कि जितेंद्र के दो बेटों में से लखन छोटा था। जितेंद्र गांव में ही मजदूरी करते हैं।