रिपोर्ट – रवि पायक
भीलवाड़ा. पूरे साल भर के इंतजार के बाद लोग वैशाख माह में दान पुण्य करते हैं. इसके पीछे कारण यह है कि शास्त्रों में भी कहा गया है कि दान पुण्य का महीना वैशाख माना जाता है. इस महीने में अक्षय तृतीया, गंगा दशहरा, परशुराम जयंती, पीपल पूर्णिमा जैसे विशेष दिनों में दान का महत्व है. यदि आप भी दान पुण्य करना चाहते हैं तो जानिए किन चीजों का होता है दान में अधिक महत्व.
भीलवाड़ा नगर व्यास प. कमलेश व्यास ने बताया वैशाख माह में गर्मी का प्रकोप काफी तेज रहता है. ऐसे में यह माना जाता है कि जो लोग प्याऊ लगाते हैं या लोगों की प्यास बुझाते हैं, उन्हें अच्छा फल मिलता है. इसीलिए यह भी कहा जाता है कि वैशाख माह में पानी का दान ही सर्वश्रेष्ठ दान होता है. यही वजह है कि लोग जगह-जगह प्याऊ लगवाते हैं. कई लोग चौराहों पर मटके भी रखवाते हैं.
पक्षियों के लिए करें इंतजाम
संस्थान और सामाजिक संगठनों की ओर से पक्षियों के लिए परिंडे भी इसी माह में बांधे जाते हैं. एकादशी और पूर्णिमा जैसे विशेष दिनों में शीतल फलों का भी दान किया जाता है. एक व्यक्ति या किसी पशु पक्षी और जीव की प्यास बुझाना सबसे बड़ा दान पुण्य माना जाता है
भगवान शिव को जल चढ़ाएं
पंडित कमलेश व्यास ने बताया वैशाख माह भगवान विष्णु का सबसे प्रिय महीना कहलाता है. कहते हैं इस महीने भगवान शिव को भी जल चढ़ाने से भक्तों को फल मिलता है और मनोकामना पूर्ण होती है. इस माह में तुलसी और पीपल की पूजा के साथ भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा की जानी चाहिए.
(Disclaimer: चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, फेंगशुई आदि विषयों पर आलेख अथवा वीडियो समाचार सिर्फ पाठकों/दर्शकों की जानकारी के लिए है. इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है. हमारा उद्देश्य पाठकों/दर्शकों तक महज सूचना पहुंचाना है. इसके अलावा, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की होगी. Local 18 इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है.
)
.
Tags: Astrology, Bhilwara news, Local18
FIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 18:22 IST