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– फोटो : फाइल फोटो
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एटा और आगरा लोकसभा क्षेत्रों में 7 मई को मतदान कराया गया था। मतदान प्रक्रिया में 6700 से अधिक कार्मिकों की डयूटी लगाई गई थी। लेकिन 54 कार्मिक अनुपस्थित रहे और चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। इस मामले को अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। इन सभी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के आदेश जारी किए गए हैं।
तीसरे चरण का मतदान कराने के लिए 6700 के करीब कार्मिक लगाए गए थे। इनकी ओर से जिले का विधानसभा क्षेत्र मारहरा, एटा सदर और जलेसर में मतदान कराया गया। लेकिन पोलिंग पार्टियों में शामिल 54 कार्मिक 6 मई को बस्ता व ईवीएम लेने नहीं पहुंचे। जिसके चलते रिजर्व पोलिंग पार्टियों में से कार्मिकों को भेजा गया। अनुपस्थित कार्मिकों की उदासीनता और लापरवाही को गंभीरता से लिया गया है। एक-एक कार्मिक को पूरा ब्योरा जुटा लिया गया है और कार्रवाई के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एफआईआर के अलावा संबंधित विभागीय अधिकारियों को भी कार्रवाई के लिए पत्राचार किया गया है।
प्रभारी अधिकारी कार्मिक सीडीओ डाॅ. अवधेश कुमार बाजपेयी ने बताया कि 54 कर्मचारी चुनाव डयूटी से नदारद रहे थे। इनमें विधानसभा एटा सदर में 18, मारहरा में 12 एवं जलेसर में 24 मतदान कार्मिक हैं। इसको गंभीरता से लिया गया है और उन पर एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं। इनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इन सभी का दो दिन का वेतन रोका गया है। आगामी समय में इन सभी का वेतन डीएम की अनुमति के बाद ही निकाला जाएगा।