स्याही का निशान दिखातीं मतदाता
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लखीमपुर खीरी में मतदाताओं की सोमवार सुबह से दोपहर बाद तक बूथों पर लगी लाइनों ने अनेक कयासों को उलट-पुलट दिया है। हालांकि, पहले मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच माना जा रहा था लेकिन हाथी की चाल ने मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। मतदान के बाद चुनावी विश्लेषक गुणा-भाग में जुटे हैं लेकिन सटीक आकलन किसी के पास नहीं है।
कई विधानसभा क्षेत्रों में कमल खिलने, हाथी की चाल तेज रहने तो साइकिल के खूब दौड़ने की चर्चा रही। मतदान से पहले तक विश्लेषक भाजपा के प्रत्याशी दो बार के सांसद एवं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी और सदर विधायक रह चुके इंडी गठबंधन प्रत्याशी उत्कर्ष वर्मा में टक्कर मान रहे थे। मतदान के बाद भी विश्लेषक इसी पर कायम नजर आ रहे हैं।
हालांकि, उनका यह भी कहना है कि हाथी की चाल ने सीट के पुराने समीकरण गड़बड़ा जरूर दिए हैं, लेकिन संघर्ष वाले समीकरण नहीं बन पाए। बसपा को कैडर वोट और इंडी गठबंधन को मुस्लिम वोट मिलने की भी चर्चाएं खूब तैर रही हैं।