इगलास में अवैध संचालित ईट भट्ठों पर कारवाई करते अधिकारी
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नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी) के आदेश के विपरीत ईंट-भट्ठा संचालन पर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। 15 मई को डीएम विशाख जी के निर्देश पर राजस्व विभाग, अग्निशमन विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की संयुक्त टीम ने कोल, अतरौली, इगलास, खैर व गभाना तहसील क्षेत्र में 11 ईंट-भट्ठों को बंद करा दिया।
एडीएम वित्त एवं राजस्व मीनू राणा ने बताया कि अलीगढ़ में करीब चार माह के लिए ईंट-भट्ठे संचालित होते हैं। एनजीटी ने दिल्ली-एनसीआर के नियम अलीगढ़ में भी लागू करते हुए कुछ ईंट-भट्ठों के बंदी के आदेश जारी किए हैं। लेकिन बड़ी संख्या में ईंट-भट्ठों ने रोक के बावजूद मिट्टी का खनन कर ईंटों की पथाई कर ली। इसको लेकर डीएम के निर्देश पर सभी तहसीलों में अवैध रूप से चल रहे ईंट-भट्ठों को बंद करने की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि जिले में सभी भट्ठे बंद न होने तक अभियान जारी रहेगा। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम ने बताया कि राजस्व विभाग, अग्निशमन विभाग व प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर अवैध रूप से संचालित 11 ईंट भट्ठों को बंद कराया है।
इन पर हुई कार्रवाई
तहसील इगलास में नायब तहसीलदार के नेतृत्व वाली टीम ने कृष्ण कन्हैया ईंट उद्योग कांडली, प्रधान ईंट उद्योग धंधारिया, दुर्गा ईंट उद्योग गढ़ी धन्नू, लक्ष्य ईंट उद्योग मेहतापुर को बंद कराया है। तहसील गभाना क्षेत्र में एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के निर्देशन में पुलिस व प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम ने न्यू प्रिया ईंट उद्योग रायपुर देहली, सनी ब्रिक्स वर्क्स (पूर्व नाम मेसर्स आरएसए ईंट उद्योग) समस्तपुर कोटा को फायर मशीन से पानी भरवाकर एवं नवनिर्मित चेंबरों को जेसीबी से ध्वस्त कराकर बंद करा दिया। यहां तीन भट्ठे पूर्व से बंद मिले। अतरौली में एसडीएम अनिल कटियार के नेतृत्व वाली टीम ने कुल 29 ईंट भट्ठों का सत्यापन किया, जिसमें से 14 मौके पर बंद मिले। अंकित ईंट उद्योग बिजौली, ओम शांति ईंट उद्योग पीढ़ौल, आरती ईंट उद्योग चैंडोली बुजुर्ग, श्रीराम ईंट उद्योग चौमुंहा को पानी डालकर बंद करा दिया। तहसील खैर में चार भट्ठे पूर्व से बंद मिले। यहां एक ईंट-भट्ठे को बंद कराया गया है।