यूके के पीएम ऋषि सुनक
– फोटो : एएनआई
विस्तार
ब्रिटेन की सरकार अपनी ग्रेजुएट रूट योजना को फिलहाल जारी रखेगी। दरअसल ब्रिटेन की सरकार छात्र वीजा पर सख्ती कर रही है, इसके चलते ब्रिटेन में छात्र वीजा पर आने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई है। बीते साल के मुकाबले उच्च शिक्षा के लिए ब्रिटेन जाने वाले भारतीय छात्रों में 10 फीसदी की गिरावट आई है। ब्रिटेन की सरकार ने इसका स्वागत किया है और इसे सुनक सरकार बतौर उपलब्धि जनता के सामने पेश कर रही है।
ग्रेजुएट रूट योजना फिलहाल सुरक्षित
बता दें कि ब्रिटेन जाने वाले भारतीय छात्रों के बीच ग्रेजुएट रूट योजना काफी लोकप्रिय है और हर साल इस योजना के तहत बड़ी संख्या में भारतीय छात्र ब्रिटेन पहुंचते हैं। बीते दिनों ऋषि सुनक सरकार ने कहा था कि वे ग्रेजुएट रूट योजना को खत्म करने पर विचार कर रही है। हालांकि सरकार के इस कदम का ब्रिटेन में ही काफी विरोध हुआ और कई विश्वविद्यालय प्रशासकों ने ही इस योजना को खत्म न करने की अपील सरकार से की थी। अब जब ब्रिटेन में पढ़ाई के लिए जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में कमी आई है तो ऐसा माना जा रहा है कि फिलहाल सरकार इसे जारी रखेगी और आम चुनाव के बाद नई सरकार ही अब इस पर फैसला करेगी।
सुनक सरकार बता रही उपलब्धि
ऋषि सुनक सरकार ब्रिटेन में आने वाले अप्रवासियों के मुद्दे को लेकर काफी गंभीर है और अवैध अप्रवासियों को रोकने के लिए प्रयासरत है। अब जब ब्रिटेन जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में कमी आई है तो सरकार इसे अपनी नीतियों का असर बता रही है। गौरतलब है कि ब्रिटेन की सरकार ने इस साल की शुरुआत में ही अप्रवासी कर्मचारियों के परिजनों, पत्नी और बच्चों को लाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। जिसके चलते भी अप्रवासियों की संख्या में 25 प्रतिशत की गिरावट आई है। ब्रिटेन के गृह मंत्री ने कहा कि ‘नीतियों के चलते अप्रवासियों की संख्या में कमी आ रही है और हम चाहते हैं कि हमारी अप्रवासी नीतियों का गलत इस्तेमाल न हो। अंतरराष्ट्रीय छात्र यहां आ सकते हैं, लेकिन सिर्फ पढ़ाई करने, काम करने नहीं।’