सनातन धर्म में गंगा नदी को बेहद पवित्र और मोक्षदायिनी माना गया है. गंगाजल की एक बूंद व्यक्ति के समस्त पापों का नाश कर उसे सुख प्रदान करती हैं. हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है.
इस साल गंगा दशहरा 16 जून 2024 को है. इस दिन गंगा स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त सबसे अच्छा होता है. इसके अलावा इस दिन सुबह 07.08 – सुबह 10.37 तक शुभ मुहूर्त है.
गंगा दशहरा को गंगावतरण के नाम से भी जाना जाता है. गंगा जी राजा भागीरथ के पूर्वजों की शापित आत्माओं को शुद्ध करने के लिए शिव की जटाओं से होते हुए पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं.
गंगा दशहरा पर जल संरक्षण, स्नान, जल का दान का विशेष महत्व है. इससे व्यक्ति के 10 तरह के पाप नष्ट हो जाते हैं. श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिये प्रयागराज, गढ़मुक्तेश्वर, हरिद्वार, ऋषिकेश तथा वाराणसी में आते हैं. वाराणसी में गंगा दशहरा उत्सव प्रसिद्ध है.
गंगा दशमी पर गंगा स्नान करते समय – गंगां वारि मनोहारि मुरारिचरणच्युतं । त्रिपुरारिशिरश्चारि पापहारि पुनातु मां ।। इस मंत्र का जाप करें. इसके बाद गंगा जी की पूजा करें.
गंगा दशहरा पर गंगा स्नान से इन 10 पापों का हरण होता है – निषिद्ध हिंसा, परस्त्री गमन, बिना दी हुई वस्तु को ले लेना, कठोर वाणी, झोठ बोलना, चुगली करना, दूसरों के अहति के लिए बोलना, दूसरे के धन को लेने का विचार करना, मन से दूसरों का बुरा सोचना, व्यर्थ की बातों में दुराग्रह.
Published at : 26 May 2024 08:05 AM (IST)
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