मणिपुर में चक्रवात रेमल का प्रभाव
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मणिपुर और असम में चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। मणिपुर में बाढ़ के कारण 188143 लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 24265 घरों को नुकसान पहुंचा है। 29 मई को राज्य में आई बाढ़ के कारण तीन लोगों की मौत हो गई और नौ लोग घायल हो गए, जबकि एक लापता है। वहीं, असम में बाढ़ की स्थिति गुरुवार को और खराब हो गई, नौ जिलों में 1.98 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए। बारिश के कारण प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ने से हैलाकांडी जिले में एक व्यक्ति की डूबकर मौत हो गई, जिससे राज्य में मंगलवार से बाढ़ और बारिश के कारण मरने वालों की संख्या छह हो गई है, जबकि 18 अन्य घायल हो गए हैं।
मणिपुर के जल संसाधन और राहत एवं आपदा प्रबंधन मंत्री अवांगबौ न्यूमई ने बताया कि बाढ़ से कुल मिलाकर 18,103 लोगों को निकाला गया है और 56 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने और राहत, खोज और बचाव कार्यों पर तत्काल कार्रवाई की रणनीति बनाने के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव, इम्फाल पश्चिम और पूर्व के उपायुक्त, राहत और आपदा प्रबंधन निदेशालय के साथ एक संक्षिप्त बैठक की। उन्होंने कहा, लगभग 401 हेक्टेयर फसल भी प्रभावित हुई है। इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, नोनी, चुरांचनपुर, सेनापति और काकचिंग में राहत सामग्री वितरित की गई है।
18 स्थानों पर टूटे नदी के तटबंध में से 17 को सील किया
वहीं, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि 18 स्थानों पर नदी के तटबंध टूटे हैं, जिनमें से 17 को सील कर दिया गया है। नदी के किनारे तटबंधों में दरार के कारण आई भीषण बाढ़ को देखते हुए सरकार ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी की, जिसमें सभी राज्य कार्यालयों के लिए 31 मई तक दो दिन की सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की। एक अधिकारी के अनुसार, नागरिकों से आग्रह किया गया है कि जब तक कोई आपातकालीन स्थिति न हो, वे घर के अंदर ही रहें।