UP Election Result 2024
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लोकसभा चुनाव में इस बार बरेली मंडल की पांच व खीरी जिले की दो सीटों पर बसपा की चाल ने कई प्रत्याशियों का गणित बिगाड़ दिया। खासतौर पर जिस भाजपा को अपरोक्ष रूप से जिताने की कोशिश का उसके ऊपर आरोप है, उसी भाजपा की हार का वह कारण बनी।
कहीं बसपा के उम्मीदवार पर डमी होने का ठप्पा लगने से विपक्ष को फायदा हुआ तो कहीं संविधान बदलने की आशंका में उसका कैडर वोट विपक्ष के पाले में चला गया। ऐसे में खामियाजा हर तरफ से भाजपा को भुगतना पड़ा। सातों सीटों पर यही स्थिति देखने को मिली पर आंवला, और बदायूं के साथ खीरी व धौरहरा सीट पर इसकी वजह से बाजी ही पलट गई।
बरेली: उम्मीदवार न होने से नफा हुआ तो नुकसान भी
बसपा ने बरेली से छोटेलाल गंगवार को उम्मीदवार बनाया था। चूंकि, भाजपा ने यहां से छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया था, ऐसे में कुर्मी वोट कटने का अंदेशा था। इसी बीच छोटेलाल का परचा खारिज हो गया। इससे भाजपा का गंगवार वोट टूटने से तो बच गया, लेकिन बसपा का कैडर वोट विपक्ष की ओर जाने से नुकसान भी हुआ। संविधान बदलने की आशंका में दलित वर्ग के बड़े खेमे ने सपा का दामन थामा।
स्थिति यह बनी कि जो भाजपा वर्ष 2019 के चुनाव में 1,67,282 मतों के अंतर से जीती थी, वह इस बार 1,32,478 मत पिछड़ गई और छत्रपाल सिर्फ 34,804 मतों से ही जीते। सपा उम्मीदवार प्रवीण सिंह ऐरन को हराने के लिए भाजपा को हर संभव प्रयास करने पड़े। भाजपा ने ध्रुवीकरण और केंद्र व राज्य की योजनाओं को भुनाया। साथ ही कुर्मी वोट बैंक को साधकर जीत हासिल की।