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लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता डेरेक ओ ब्रायन गुरुवार को विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सरकार को लोगों ने नकार दिया है और यह केवल शुरुआत है। वहीं, टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने दिल्ली में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की और बाद में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए मुंबई के लिए रवाना हुए।
पीएम मोदी और उनकी सरकार को जनता ने नकारा: डेरेक ओ ब्रायन
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने ओ ब्रायन के साथ सुबह दिल्ली में अखिलेश यादव के आवास पर उनसे मुलाकात की। एक सूत्र ने बताया कि टीएमसी महासचिव और सपा प्रमुख दोनों ही आगे के रास्ते को लेकर पूरी तरह सहमत हैं। बाद में अभिषेक बनर्जी ने उद्धव ठाकरे से उनके आवासा मातोश्री में मुलाकात की। यह मुलाकात करीब डेढ़ घंटे तक चली। बैठक में क्या बात हुई,इस पर कोई टिप्पणी किए बिना ओ ब्रायन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार को जनता ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, मोदी की भाजपा ने भारत में दस साल तक सरकार चलाई। उन्हें और उनकी सरकार को जनता ने नकार दिया है। यह केवल शुरुआत है। हम यहां से आगे बढ़ते रहेंगे।
अल्पमत में भाजपा, फिर भी सरकार बनाने की कोशिश कर रहे: राउत
अभिषेक बनर्जी ने उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर इंतजार कर रहे मीडिया कर्मियों से बात नहीं की। बनर्जी की यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन ने 230 से ज्यादा सीट पर जीत हासिल की है। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अभिषेक बनर्जी उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए इसलिए आए थे क्योंकि बुधवार को विपक्षी गठबंधन के शीर्ष नेताओं की बैठक में शामिल होने के लिए वह दिल्ली नहीं गए थे। राउत ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के एक अन्य घटक आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं ने भी उद्धव ठाकरे से बात की है। शिवसेना सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी भाजपा अल्पमत में है, लेकिन फिर भी सरकार बनाने के प्रयास हो रहे हैं।
लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन को मिलीं 293 सीट पर जीत
उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी अल्पमत में है, लेकिन वे अब भी सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं और खिचड़ी पका रहे हैं। लेकिन हमें शक है कि वे इसे सही तरीके से नहीं पकाएंगे और इससे देश को नुकसना होगा। राजनीतिक अस्थिरता होगी। ऐसी चीजें देश के लिए खतरा पैदा करती हैं। ऐसे में हम क्या कर सकते हैं। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए ने 543 सदस्यीय लोकसभा में 293 सीट हासिल की हैं, जो बहुमत के 272 के आंकड़े के काफी ज्यादा है। इसमें से भाजपा ने अकेले 240 सीट पर जीत दर्ज की। दूसरी ओर, विपक्षी गठबंधन ने 233 सीट पर जीत हासिल की, जिनमें से 99 कांग्रेस की हैं। महाराष्ट्र में नौ सीट हासिल करने वाली शिवसेना (यूबीटी) और पश्चिम बंगाल में 29 सीट पर काबिज टीएमसी दोनों विपक्षी गठबंधन का हिस्सा हैं।