पाँच नाबालिग बच्चों को कराया गया बालश्रम से मुक्त
बीना/सोनभद्र। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के दिशा निर्देश के क्रम में थाना पन्नूगंज अन्तर्गत कस्बा रामगढ़आदि विभिन्न स्थानों पर बालश्रम उन्मूलन अभियान के तहत पाँच बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराते हुए सम्बंधित नियोक्ताओ पर विधिक कार्यवाही की गयी। रॉबर्ट्सगंज श्रम प्रवर्तन अधिकारी शिवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा बताया गया कि हर साल 12 जून को विश्व बालश्रम निषेध दिवस के रूप मे मनाया जाता है। आज विश्व बालश्रम निषेध दिवस के मौके पर जनपद सोनभद्र में प्रशासन के अधिकारियों/ कर्मचारियों ने अभियान चलाकर बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराते हुए साथ ही “चलो अपनी प्रतिबद्धताओं पर काम करें: बाल श्रम को खत्म करें” थीम पर विशेष अभियान चलाया गया। इस दिन बालश्रम को खत्म करने और बच्चों को शोषण से बचाने के लिए सामूहिक कार्यवाही भी की गयी। जिला बाल संरक्षण इकाई से ओ आर डब्ल्यू शेषमणि दुबे द्वारा बताया गया कि बालश्रम से मुक्त कराये गये पात्र बच्चों को महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजना स्पान्सरशिप से लाभान्वित कराते हुए उनके शिक्षा और संरक्षण हेतु चार हजार रूपये दिये जायेगे। साथ ही यह भी बताया गया कि थीम के अनुसार बालश्रम रोकथाम हेतु विशेष अभियान पूरे जून माह तक चलाया जायेगा । मानव तस्करी रोधी इकाई एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई प्रभारी निरीक्षक रामजी यादव ने बताया कि विश्वभर में हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है, जिसका मकसद है बच्चों को मजदूरी से हटाकर शिक्षा के लिए प्रेरित करना। जाहिर तौर पर इसके पीछे गरीबी सबसे बड़ी वजह है जिसके चलते बच्चों को कम उम्र में ही काम में लगाया जाता है, जो कि उनके विकास में सबसे बड़ी बाधा डालता है जिसे खत्म करने के उद्देश्य से चिन्हित बच्चों को योजनाओं से लाभान्वित कराया जायेगा।
टीम मे मौकैपर श्रम प्रवर्तन अधिकारी रॉबर्ट्सगंज शिवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला बाल संरक्षण इकाई से सामाजिक कार्यकर्ता आकांक्षा उपाध्याय ओ आर डब्ल्यू शेषमणि दुबे, चाईल्डहेल्पलाइन यूनिट से नीलू यादव प्रोजेक्ट को-आर्डीनेटर, मानव तस्करी रोधी इकाई एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई प्रभारी निरीक्षक रामजी यादव, प्रधान आरक्षी धनंजय यादव, आरक्षी अमन द्विवेदी, प्रधान आरक्षी मंजीत कुमार पटेल आदि उपस्थित रहे।