लाल सागर
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अमेरिका और ब्रिटेन की सेनाओं ने लाल सागर के पास सोमवार को हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। फरवरी की शुरुआत में हूती ठिकानों पर हवाई हमले शुरू होने के बाद से अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने पहली बार कामरान द्वीप को निशाना बनाया है। सेना ने यमन के होदेइदाह अंतराराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर करीब छह और कामरान द्वीप पर करीब चार हवाई हमले किए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों से जानकारी मिली है कि यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर मान्यता प्राप्त सरकार का मानना है कि हूती लड़ाकों ने नमक की खदानों में मिसाइलों और ड्रोन भंडार को छिपाने के लिए कामरान द्वीप और पोर्ट सालिफ का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में हमले शुरू किए थे।
सैलिफ बंदरगाह से कामरान द्वीप तक 10 किलोमीटर में फैला पानी
बता दें कि सैलिफ बंदरगाह से कामरान द्वीप तक 10 किलोमीटर पानी फैला है। जहाज अपने अगले बंदरगाह तक पहुंचने के लिए इस मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। यमन की राजधानी और सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्रों को नियंत्रित करने वाले हूतियों ने गाजा में फलस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए नवंबर से लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग पर हमला शुरू किए थे।
व्यवसायिक जहाजों पर हूतियों ने हमले तेज किए
अमेरिकी-ब्रिटिश गठबंधन और अन्य नौसेनाओं के प्रतिशोध के बावजूद, पिछले कुछ महीनों में हूतियों ने दुनिया के सबसे व्यस्त शिपिंग लेन में से एक में व्यवसायिक जहाजों पर हमलों के अपने अभियान को तेज कर दिया है।