गुरपतवंत सिंह पन्नू
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व्हाइट हाउस ने सोमवार को खालिस्तान समर्थक आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून को मारने की नाकाम साजिश के सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। साथ ही कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन जो कि भारत में हैं। वह इस पर चर्चा करेंगे। व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा है कि इस विषय पर बोलने के लिए मेरे पास कुछ नहीं है। इस पर जेक सुलिवन बोलेंगे जो कि अभी भी भारत में हैं और इस पर चर्चा करेंगे।
किर्बी ने कहा, ‘सुलिवन की इस चर्चा का मुख्य उद्देश्य अमेरिका-भारत द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के तरीकों की तलाश करना था, खासकर जब उभरती हुई प्रौद्योगिकी की बात आती है।’ सुलिवन 17 से 18 जून तक की दिल्ली यात्रा पर हैं। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आने के बाद बाइडन प्रशासन के किसी वरिष्ठ अधिकारी की पहली भारत यात्रा है।
सुलिवन के दौरे के पहले दिन अमेरिकी एनएसए सुलिवन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पहल (आईसीईटी) की वार्षिक बैठक में भाग लिया। यह बैठक राजधानी नई दिल्ली में आयोजित हुई। यह दोनों देशों के बीच दूसरी आईसीईटी की बैठक है। जो कि 17 और 18 जून को हो रही है।
नों देशों की तरफ से फैक्ट शीट जारी की गई
सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक जेक सुलिवन और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच आईसीईटी वार्ता हुई। जिसके बाद भारत और अमेरिका की तरफ से एक फैक्ट शीट जारी किया गया। जिसमें कहा गया है, “अंतरिक्ष में अंतरसंचालनीयता को बढ़ाने, मानव अंतरिक्ष उड़ान सहयोग के लिए एक रणनीतिक ढांचे के समापन का जश्न मनाया जा रहा है।” नासा जॉनसन स्पेस सेंटर में इसरो अंतरिक्ष यात्रियों के लिए उन्नत प्रशिक्षण शुरू करने की दिशा में काम करेगा।
सिंथेटिक एपर्चर रडार के प्रक्षेपण की तैयारी
अब दोनों देशों की अंतरिक्ष एजेंसियां नासा और इसरो, सिंथेटिक एपर्चर रडार के प्रक्षेपण की तैयारी कर रहीं हैं। सिंथेटिक एपर्चर रडार संयुक्त रूप से विकसित किया गया एक उपग्रह है। इस उपग्रह को जलवायु परिवर्तन और अन्य वैश्विक चुनौतियों से निपटने के प्रयासों के तहत तैयार किया गया है। सिंथेटिक एपर्चर रडार 12 दिनों में दो बार पृथ्वी की सतह का नक्शा तैयार करेगा।
एनआईएसएआर- नासा और इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार का संक्षिप्त रूप है। यह पृथ्वी की जमीन और बर्फ की सतहों की गतिविधियों को बेहद सूक्ष्मता से निगरानी करने के लिए दोनों संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया जा रहा है।
NISAR रिफ्लेक्टर एंटीना के साथ रडार डेटा एकत्र करेगा
NISAR लगभग 40 फीट (12 मीटर) व्यास वाले ड्रम के आकार के रिफ्लेक्टर एंटीना के साथ रडार डेटा एकत्र करेगा। यह पृथ्वी की भूमि और बर्फ की सतहों में एक इंच के अंश तक परिवर्तन का निरीक्षण करने के लिए इंटरफेरोमेट्रिक सिंथेटिक एपर्चर रडार या इनएसएआर नामक सिग्नल-प्रोसेसिंग तकनीक का उपयोग करेगा।