आंधी-बारिश ने वर्षों पुराने पेड़ों को किया धराशायी
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मथुरा जनपद में आई तेज आंधी ने पर्यावरण को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। हवा की तेज रफ्तार की वजह से दर्जनों की संख्या में वर्षों पुराने पेड़ धराशायी हो गए हैं। वन विभाग की टीम आंधी में गिरे पेड़ों की सही संख्या जानने के लिए सर्वे कर रही है।
बुधवार शाम आई तेज रफ्तार आंधी ने कान्हा की नगरी में खड़े कई बड़े पेड़ों को नुकसान पहुंचाया है। शहर से देहात तक काफी संख्या में पेड़ धराशायी हुए हैं। आंधी की वजह से जनपद में कितने पेड़ गिरे हैं। इसकी सही संख्या तो सामने नहीं आ पाई है, लेकिन अनुमान यही लगाया जा रहा है कि ये संख्या दर्जनों में है। बलदेव, मढ़ौरा के अलावा देहात में कई स्थानों पर पेड़ टूटने की घटनाएं सामने आई हैं।
सौंख रोड पर भी एक स्थान पर आंधी की वजह से बड़ा पेड़ जड़ से उखड़ गया है। डैंपियर नगर में तेज आंधी की वजह से पेड़ का बड़ा हिस्सा धराशायी हो गया है। आंधी के बाद वन विभाग की टीमें राहत कार्य में जुटी है। प्रशासनिक टीम की मदद से सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाया गया है। पेड़ की लकड़ी को सुरक्षित रखा गया है। प्रभागीय निदेशक रजनीकांत मित्तल ने बताया कि आंधी की वजह से काफी नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर पेड़ टूटने की घटना हुई है। आंधी की वजह से कितने पेड़ टूटे हैं। इसकी सही संख्या जानने के लिए सर्वे कराया जा रहा है।