सिंगरौली/सोनभद्र। एनसीएल ने सतत खनन और हरित आच्छादन के आलोक में चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 656.02 हेक्टेयर भूमि पर लगभग 10.43 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा है। इस संदर्भ में एनसीएल ने गुरुवार को मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम (एमपीआरवीवीएन) के साथ मध्यप्रदेश में स्थित एनसीएल की खदानों अमलोरी, ब्लॉक-बी, निगाही, दुधिचुआ, जयंत और झिंगुरदा तथा रेनूकूट वन प्रभाग के साथ कंपनी की उत्तर प्रदेश स्थित बीना, खड़िया, कृष्णशिला और दूधीचुआ (उप्र स्थित क्षेत्र) की खदानों मे पोधों के रोपण के लिए तथा 4 साल तक रख रखाव के लिए एमओयू किया। हस्ताक्षरित एमओयू के तहत चालू वित्त वर्ष में मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम (एमपीआरवीवीएन) द्वारा मध्यप्रदेश में स्थित एनसीएल की खदानों अमलोरी, ब्लॉक-बी, निगाही, दुधिचुआ, जयंत और झिंगुरदा में स्थित अधिभार व समतल क्षेत्र में 227.25 हेक्टेयर भूमि पर 568125 पोधों के रोपण तथा 4 साल तक इनका रख रखाव किया जाएगा। साथ ही चालू वित्त वर्ष में रेनूकूट वन प्रभाग के द्वारा एनसीएल की उत्तर प्रदेश स्थित बीना, खड़िया, कृष्णशिला और दूधीचुआ (उप्र स्थित क्षेत्र) खदानों के अधिभार पर 56.87 हेक्टेयर में 1.46 लाख से अधिक पौधों के रोपण के साथ 4 साल तक रख- किया जाएगा।
पौधारोपण के लिए खदान के अधिभार डंप व समतल भूमि निर्धारित की गयी है जहां बड़े स्तर पर स्थानीय प्रजातियों के पौधे लगाए जाएँगे। इसके साथ ही एनसीएल ने खदान क्षेत्र के बाहर डीग्रेडेड वन भूमि मे वर्ष 2024-25 में पौधारोपण के लिए सिंगरौली वन प्रभाग को 270 हेक्टेयर में 168750 पौधे लगाने एवम् रेनुकूट वन प्रभाग को 100 हेक्टेयर में 160000 पौधे लगाने तथा रख रखाव का कार्यादेश भी जारी किया है। समझौता पत्रों के हस्ताक्षरित होने के समय एनसीएल की ओर से महाप्रबंधक (पर्या/वन) श्री संजीव कुमार, मुख्य प्रबंधक (पर्या) श्री एच बी शिंदे, सलाहकार (पर्यावरण) श्री एम एम मिश्रा , उप प्रबंधक (पर्यावरण), श्री डी. के. सैनी तथा मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम की ओर से सम्भागीय प्रबंधक रीवा- सीधी परियोजना मण्डल श्री राकेश कोडापे, परियोजना रेंज अधिकारी, निगाही श्री आर के पांडे, परियोजना रेंज अधिकारी, दुधिचुआ श्री एस एन शुक्ला उपस्थित रहे। वहीं रेनूकूट वन प्रभाग की ओर से डीएफ़ओ रेनूकूट श्री स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव और क्षेत्रीय वन अधिकारी, (रेनूकूट) श्री संजय कुमार शर्मा उपस्थित थे। गौरतलब है कि कंपनी ने अपनी स्थापना से लेकर अभी तक लगभग 2.73 करोड़ पौधे लगाए हैं। कंपनी पर्यावरण संरक्षण के तहत डंप पुनर्स्थापना, पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली, इको पार्क का निर्माण जैसे अनेक दीर्घकालिक विकास का कार्य कर रही है।