मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का इंतजार करते लोग
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लूप लाइन निर्माण और इंटरलॉकिंग के चलते ट्रेनें समय की पटरी से उतर गई हैं। ट्रेनें दो घंटे से 12 घंटे तक की देरी से चल रही हैं। इसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को दरभंगा-दिल्ली स्पेशल 12 घंटे की देरी से मुरादाबाद पहुंची।
जबकि रेलवे ने इस ट्रेन के सिर्फ 90 मिनट की देरी से पहुंचने का दावा किया था। मुरादाबाद से लखनऊ के बीच कई जगह-जगह रेलवे ट्रैक पर कार्य चल रहा है। कहीं लूप लाइन का निर्माण चल रहा है तो कहीं इंटरलॉकिंग का काम किया जा रहा है।
इसके कारण ट्रेनों को बीच में ही रोक दिया जा रहा है। यात्रियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए रेलवे पहले ही ट्रेनों के देरी का शेड्यूल जारी कर दिया था। लेकिन ट्रेनें जारी शेड्यूल से कहीं ज्यादा समय की देरी से पहुंच रही हैं।
रामपुर-बरेली के बीच लूप लाइन निर्माण के कारण (04067) दरभंगा-दिल्ली एक्सप्रेस को 90 मिनट देरी से दोपहर 1:30 बजे मुरादाबाद पहुंचना था, लेकिन ये ट्रेन दोपहर की जगह रात 1:40 बजे पहुंची। ट्रेन का दूसरा रैक 23 जून को दरभंगा से शाम छह बजे चलना था, लेकिन रात 10 बजे तक वहां से रवाना नहीं हो पाया।
इसके कारण सोमवार भी यह ट्रेन घंटों देरी से मुरादाबाद स्टेशन पर पहुंचेगी। इसी तरह (12369) हावड़ा-देहरादून कुंभ एक्सप्रेस साढ़े चार घंटे देरी से पहुंची। रामपुर-बरेली के बीच दुगनपुर में लूप लाइन बनाने का काम 26 जून तक चलेगा।
रेलवे की घोषणा के मुताबिक 23 जून को (20506) नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस, (12204) अमृतसर-सहरसा गरीबरथ एक्सप्रेस 75 मिनट देरी से चलनी थीं।
(15211) जननायक एक्सप्रेस को रास्ते में 30 मिनट, (15128) नई दिल्ली-बनारस काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस को 45 मिनट, (05531) रक्सौल-आनंदविहार स्पेशल को एक घंटा व (04624) को दो घंटे रोककर चलाया जाना था लेकिन वास्तविकता इससे अलग रही।