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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने निवेशकों का करोड़ों रुपये हड़पने वाली हेलो राइड कंपनी के संचालकों की 5.35 करोड़ रुपये कीमत की 21 संपत्तियों को मंगलवार को जब्त कर लिया। इसमें 20 अचल संपत्तियां शामिल हैं। ये संपत्तियां हेलो राइड लि. के निदेशकों, अध्यक्षों, एजेंटों आदि के नाम पर प्रयागराज, कानपुर और लखनऊ में खरीदी कृषि और आवासीय भूखंड हैं।
गौरतलब है कि हेलो राइड कंपनी द्वारा निवेशकों को ठगे जाने के बाद पुलिस में दर्ज मुकदमों के आधार पर ईडी ने भी चार वर्ष पूर्व मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। इसमें सामने आया कि कंपनी के संचालक अभय कुमार कुशवाहा, नीलम वर्मा, निखिल कुशवाहा, राजेश पांडे, शकील अहमद, रागिनी गुप्ता व अन्य ने हेलो राइड ब्रांड के तहत बाइक टैक्सी योजना शुरू की थी। कंपनी ने 61 हजार रुपये निवेश करने पर एक वर्ष तक प्रति माह 9,585 रुपये का भुगतान करने का वादा किया था। इस लुभावनी स्कीम के जाल में फंसकर हजारों लोगों ने कंपनी में निवेश करना शुरू कर दिया था। बाद में रकम वापस नहीं मिलने पर निवेशकों ने पुलिस में शिकायत करनी शुरू कर दी।
पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक कंपनी ने निवेशकों का करीब 11 करोड़ रुपये हड़प लिया था। इस रकम से कंपनी के संचालकों ने वर्ष 2018 और 2019 के बीच निजी संपत्तियां खरीदी थीं। ईडी के मुताबिक ये संपत्तियां कम कीमत पर खरीदना दर्शाया गया, जबकि नकदी के रूप में भी बड़ी रकम का भुगतान किया गया था। ईडी हेलो राइड के संचालकों की अब तक 7.73 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त कर चुका है। इनमें से 2.38 करोड़ कीमत वाली 28 संपत्तियों को जब्त करने के ईडी के फैसले पर निर्णायक प्राधिकारी द्वारा मुहर भी लगाई जा चुकी है।