बैठक में मण्डल एवं जनपद स्तर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क विकसित किये जाने पर किया गया विचार-विमर्श
लखनऊ। मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में नमामि गंगे विभाग की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मण्डल एवं जनपद स्तर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क विकसित किये जाने पर विचार-विमर्श किया गया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में भूजल संचयन एक चुनौती रहा है। जल का संरक्षण न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि भविष्य की पीढ़ी के लिए भी आवश्यक है। वर्षा जल संचयन के विभिन्न तरीकों के लाइव डिमान्स्ट्रेशन के माध्यम से आमजन को शिक्षित करने की जरूरत है, इसके लिये एक मॉडल तैयार कर मण्डल एवं जनपद स्तर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क विकसित किया जाये। पार्क में वर्षा जल संचयन की नवीनतम तकनीकी का उपयोग किया जाये।
उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क में विकसित किया जाये। पार्क में आने वाले बच्चों के लिये एक इन्टप्रिटेशन सेन्टर होना चाहिये, जिसमें प्ले स्क्रीन पर बच्चों को जल संचयन के विषय पर जानकारी प्रदान करने हेतु फिल्म दिखाई जा सके। इसके अलावा एक ओपेन एअर थियेटर भी होना चाहिये, जिसमें बच्चे वर्षा के जल संचयन की जानकारी प्राप्त कर सके। इसके लिये ज्यादा से ज्यादा डिजिटल तकनीकी का प्रयोग किया जाये। इस पार्क के माध्यम से लोगों मे वर्षा के जल संचयन के प्रति जागरूकता फैलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जल बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। प्रदेश के समस्त जिलों में मानसून के प्रारम्भ से पूर्व प्राथमिकता पर आवश्यकतानुसार वर्षा के जल को नष्ट होने से बचाने हेतु समस्त उपायों को समय से पूर्व सुनिश्चित कर लिया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि समस्त शासकीय/अर्द्धशासकीय भवनों यथा कार्यालय भवन, प्राथमिक विद्यालय, आगंनबाड़ी केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पंचायत भवन, इत्यादि पर अनिवार्य रूप से रूफटाप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना करायी जाए।
उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि गत वर्षों में जनपदों में जिन शासकीय/अर्द्धशासकीय भवनों पर रूफटाप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना की गयी है, उनका निरीक्षण कर सफाई या मरम्मत करा लिया जाए ताकि वे क्रियाशील रहे। नगरीय क्षेत्रों में आने वाले समस्त पार्क अथवा आपके नियन्त्रणाधीन सार्वजनिक स्थलों में वर्षा जल संचयन के प्रभावी उपाय किए जाएं। जनपद के सभी अमृत सरोवर का निरीक्षण कराकर यदि कहीं जल प्रवाह में रूकावट हो, उसे ठीक किया जाए, यदि कहीं अमृत सरोवर निर्माणाधीन हो तो उसे शीघ्र पूरा करा लिया जाये। बैठक में प्रमुख सचिव नमामि गंगे श्री अनुराग श्रीवास्तव, एमडी जल निगम ग्रामीण श्री राजशेखर, एलडीए वीसी श्री इन्द्रमणि त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।