इस योजना के तहत यूपीएससी के योग्य उम्मीदवारों को एक लाख रुपये की सहायता प्रदान करेगी,
सिंगरौली व सोनभद्र के योग्य उम्मीदवार भी होंगे लाभान्वित
सिंगरौली। केन्द्रीय कोयला तथा खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंगलवार को नई दिल्ली में कोल इंडिया की सीएसआर के तहत “राष्ट्रीय सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा के उम्मीदवारों को पुरस्कृत करने की उत्कृष्ट पहल (निर्माण)” पोर्टल का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की “मिशन कर्मयोगी” की परिकल्पना के अनुरूप यह योजना, कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा अपनी गतिविधियों के संचालन वाले जिलों के उन मेधावी युवाओं के लिए शुरू की गई एक अनूठी सीएसआर योजना है, जिन्होंने 2024 में यूपीएससी परीक्षा (सिविल सेवा और वन सेवा) के प्रारंभिक दौर (प्री एग्जाम) में सफलता प्राप्त की है। इस अवसर पर कोयला मंत्रालय के सचिव श्री अमृत लाल मीणा, कोल इंडिया अध्यक्ष श्री पी. एम. प्रसाद, निदेशक (कार्मिक) कोल इंडिया लिमिटेड श्री विनय रंजन, एनसीएल सीएमडी श्री बी. साईराम व कोयला मंत्रालय, कोल इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अन्य कोयला कंपनियों के सीएमडी व वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इस योजना का उद्देश्य प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण उन उम्मीदवारों को 1,00,000/- रुपये (एक लाख रुपये) की सहायता प्रदान करना है, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 8 लाख रुपये से कम है और जो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिला या थर्ड जेंडर से संबंधित हैं तथा सीआईएल की गतिविधियों के संचालन वाले 39 जिलों में से किसी एक के स्थायी निवासी हैं। अत: सिंगरौली और सोनभद्र के ऐसे स्थायी निवासी जो इस योजना द्वारा लाभान्वित होने की पात्रता रखते हैं वे इस नवाचारी पहल का लाभ उठा सकते हैं। इतना ही नहीं आवेदनों की पूर्ण पारदर्शी एवं निर्बाध जांच सुनिश्चित करने हेतु पूरी आवेदन प्रक्रिया एक ऐसे समर्पित पोर्टल के जरिए होगी, जो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करता है।
गौरतलब है कि नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड, कोयला मंत्रालय की एक महारत्न सार्वजनिक उपक्रम है जो न केवल देश की ऊर्जा सुरक्षा की बुनियाद है, बल्कि कोयला धारक क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार कॉरपोरेट की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाती है। “सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास” के जरिए “विकसित भारत” के लक्ष्य को हासिल करने हेतु, कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और इसकी सहायक कंपनियों ने कोयला धारक क्षेत्रों के योग्य एवं वंचित छात्रों को राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित पेशेवर संस्थानों में प्रवेश पाने में मदद करने के लिए विभिन्न योजनाओं को अमल में ला रही हैं।