मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश आम उत्पादन में देश में अग्रणी है लेकिन हमें बढ़ती हुई आबादी के अनुरूप क्वांटिटी और क्वालिटी दोनों को बनाए रखने के लिए लगातार काम करना होगा। दुनिया के बाजार में उत्तर प्रदेश का आम छा जाए इसके लिए हमें इस प्रकार के महोत्सव के माध्यम से जो जानकारी मिले, उसको अपने यहां शुरू करना होगा। डबल इंजन की सरकार इसके लिए आपकी हर स्तर पर मदद करेगी।
मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को अवध शिल्प ग्राम में उत्तर प्रदेश आम महोत्सव का शुभारंभ करने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले 7-8 वर्षों से प्रदेश सरकार आम महोत्सव आयोजित कर रही है। इस आयोजन में सरकार अपने प्रगतिशील किसानों और बागवानों को सम्मानित करती है। प्रदेश में पैदा हो रहे आम को हम न केवल देश में बल्कि दुनिया के बाजार में पहुंचा सकें इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। लखनऊ समेत देश-दुनिया में आम महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आम की यहां से निर्यात करने की संभावनाएं बन सकती हैं और किन-किन देशों के लिए बन सकती है, हमें उन देशों तक अपनी पहुंच को बनाना ही पड़ेगा। यूपी इस साल जापान और मलेशिया को 40 टन आम निर्यात करेगा। 160 वर्ष के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि लखनऊ का दशहरी अमेरिका को निर्यात किया जा रहा है। यहां दशहरी का दाम 60 से 100 रुपए के बीच है लेकिन यही दशहरी अमेरिका में 900 रुपए किलो बिक रहा है। यानी हम ड्यूटी टैक्स, कार्गो और एयर फेयर का दाम भी जोड़ लें तो एक किलो आम अमेरिका भेजने की लागत 250-300 रुपए होगी। तब भी एक किसान व बागवान को एक किलो आम पर 600 रुपए की बचत होगी।
उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि हमारी सामान्य भाषा में जिस फल का नाम आम होता है। वह फल हर नागरिक की पहुंच में है। वह आम है इसीलिए सबके लिए सुलभ और सरल भी है। सबके लिए उपयोगी भी है। जो आम होगा, वही राजा भी होगा और इसीलिए फलों के राजा के रूप में आम को हम सबने महत्व दिया है।
मुख्यमंत्री योगी ने आम महोत्सव का शुभारंभ किया और विभिन्न आम के बारे में जानकारी ली। आम महोत्सव में यूपी के साथ ही मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और राजस्थान समेत कई राज्यों के आम के किसान आए हैं। कार्यक्रम में उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त डा. देवेश चतुर्वेदी, भारत बायोटेक के चेयरपर्सन पद्भूषण डॉ. कृष्णा एल्ला आदि उपस्थित थे।