आईआईटी कानपुर
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
करीब डेढ़ साल बाद आईआईटी में शुक्रवार रात को फिर तेंदुआ दिखाई दिया है। इससे छात्रों में दहशत है। संस्थान के सिक्योरिटी गार्ड ने इसे कैमरे में देखा तो उच्चाधिकारियों को सूचना दी। आईआईटी प्रशासन ने छात्रों को सतर्कता बरतने के निर्देश जारी कर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। इससे पहले 22 जनवरी 2022 को पीआरवी वैन में तैनात पुलिस कर्मियों ने पनकी में नहर के किनारे तेंदुआ टहलता देखा था।
शुक्रवार रात आईआईटी परिसर के अंदर निर्माणाधीन गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के पास रात के अंधेरे में तेंदुआ टहलता दिखाई दिया। अंधेरे के बावजूद उसकी चहलकदमी पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। तेंदुआ दिखने की पुष्टि हाेने के बाद आईआईटी ने वहां रहने वाले लोगों को रात के अंधेरे में अकेले बाहर न निकलने और सतर्कता बरतने के लिए कहा और वन विभाग को सूचना दी। लोगों को कहना है कि यह वही तेंदुआ हो सकता है जो डेढ़ साल पहले आया था। प्रभारी जिला वन अधिकारी एके द्विवेदी ने बताया कि आईआईटी प्रशासन ने तेंदुआ दिखने की सूचना दी थी। टीम को वहां भेजा गया तो नाले के किनारे कुछ पग मार्क्स मिले हैं। हालांकि निशान बहुत स्पष्ट नहीं हैं, इनके आधार पर तेंदुए के बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं है।
आईआईटी से एनएसआई और गन फैक्टरी तक घूमता था तेंदुआ
सबसे पहले तेंदुआ नवंबर 2021 में वीएसएसडी कॉलेज, नवाबगंज में दिखाई दिया था। इसके बाद कई बार रात में तेंदुआ गंगा बैराज, राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, आईआईटी और उसके बाद ऑर्डिनेंस फैक्टरी परिसर में नजर आया था।