Rampur MP Mohibullah Nadvi
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रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी ने कहा कि समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए आम सहमति आवश्यक है। किसी के विचारों पर ध्यान में नहीं देते हैं तो यह जबरदस्ती और संविधान के खिलाफ होगा। संसद के सामने स्थित जामा मस्जिद के इमाम ने कहा कि विकास के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
मुस्लिम समुदाय के मुद्दे देश के अन्य वर्गों के समान ही हैं। नई दिल्ली में एजेंसी से बातचीत करते हुए रामपुर से सांसद जिनकी लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के कथित तौर पर विरोध किए जाने के कारण हलचल मच गई थी।
उन्होंने आजम खान की प्रदेश और रामपुर के बड़े नेता के रूप में प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोई विरोध नहीं था। सभी के सहयोग से चुनाव लड़ा गया। मुझे किसी चीज (विरोध) का सामना नहीं करना पड़ा। उनके साथ (आजम) के साथ कोई मतभेद नहीं हैं।
नदवी ने 19 वर्षों तक पार्लियामेंटी स्ट्रीट की जामा मस्जिद के इमाम के तौर पर कई शख्सियतों को नमाज अदा करवाई। उन्होंने 87 हजार से अधिक मतों से चुनाव जीता। कहा कि देश में एक संस्कृति बन गई थी कि राजनीति में केवल वह लोग ही आ सकते हैं जिनके पास पैसा है या पृष्ठभूमि है।
एक साधारण इमाम को टिकट दिया और समाज के सभी वर्गों के लोगों का समर्थन से वह जीत गया। पिछले कुछ वर्षों में शहरों के नाम बदलने के चलन पर चर्चा करते हुए पहली बार सांसद बने नदवी ने कहा कि स्थानों के नाम बदलने से प्रगति नहीं होती।
समाज से नकारात्मकता को दूर करके ही प्रगति होगी। इतिहास को पलटा नहीं जा सकता। इसलिए की वह लिखा जा चुका है। उत्तराखंड जैसे राज्यों में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के भाजपा के प्रयासों पर नदवी ने कहा कि इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए सभी के बीच आम सहमति होनी चाहिए।
यदि आप किसी के विचारों को ध्यान में नहीं रखते हैं तो यह जबरदस्ती करना होगा। इसलिए संविधान के खिलाफ होगा। पार्लियामेंटी स्ट्रीट के इमाम ने कहा कि आम सहमति महत्वपूर्ण और यह लोकतंत्र की भावना है। आम सहमति किसी भी चीज को लाने के लिए पहले पहला कदम है।
लोगों की अलग-अलग चिंताएं हैं। हमारे देश में बहुत सी विविध संस्कृतियां हैं। उत्तर की संस्कृति दक्षिण से पूर्व की पश्चिम से अलग हैं। भाषाएं अलग हैं लेकिन हमारे पास एक बड़ी संस्कृति भी है जो इन सभी को शामिल करती है। इसलिए हमें आम सहमति की आवश्यकता है।
नदवी ने कहा कि राजनीति में आने का उनका एकमात्र उद्देश्य लोगों की सेवा करना है। वह रामपुर के लोगों का प्रतिनिधित्व करने और मस्जिद की इमामत दोनों जिम्मेदारियों को संभालना जारी रखेंगे।
राजनीति में आने का फैसला करने के बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी को क्यों चुना, इस पर नदवी ने कहा, “समाजवाद एक विचार है। पहले मुलायम सिंह ने इसे किया और अब अखिलेश यादव इसे आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन की भी सराहना करते हुए कहा कि दोनों दलों के बीच वैचारिक एकता है। संसद में अपने पहले कुछ दिनों के बारे में चर्चा करते हुए नदवी ने कहा कि उन्हें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि सदस्य अपनी मान्यताओं के अनुसार शपथ लेते हैं, लेकिन मंच से उतरते ही वह उसे भूल जाते हैं।
अपने निर्वाचन क्षेत्र की प्राथमिकताओं के बारे में नदवी ने कहा कि रामपुर को मेडिकल कॉलेज की सख्त जरूरत है। वहां 18 लाख लोग रहते हैं। रोज 1,000-1,500 मरीज आते हैं और जिला अस्पताल में केवल 250 बेड हैं। कहा कि वह स्वास्थ्य मंत्री से जिले के लिए एक मेडिकल कॉलेज उपलब्ध कराने का आग्रह करते हैं।