शास्त्रों में गुरु को ईश्वर से भी ऊंचा दर्जा प्राप्त है. क्योंकि गुरु के ज्ञान और मार्गदर्शन से ही जीवन का अंधकार दूर होता है. इसलिए हर किसी के जीवन में गुरु का होना जरूरी है.
गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह उठाकर स्नानादि करें और पूजन करें. वैसे तो इस दिन व्रत रखने का विधान है. लेकिन किसी कारण आप व्रत नहीं रख सकते तो इन मुख्य कार्यों को जरूर करें. गुरु पूर्णिमा पर किए इन कामों से जीवन सफल, सुखद और संपन्न बनता है.
गुरु पूर्णिमा पर गुरु या गुरु तुल्य (गुरु के समान) के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें. आप इस दिन दादा-दादी, नाना-नानी, माता-पिता, बड़े भाई या ब्राह्मण के भी पैर छूकर उनका आशीर्वाद ले सकते हैं. साथ ही उन्हें कुछ उपहार भी दें.
गुरु पूर्णिमा के दिन विद्यार्थियों को गीता का पाठ करना चाहिए. केसर का तिलक लगाना चाहिए और मंदिर जाकर भगवान के दर्शन व पूजन करना चाहिए. इससे बुद्धि तीव्र और मन एकाग्र होता है.
गुरु पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं और दीप जलाएं. इसके बाद भगवान विष्णु का ध्यान रखें. साथ ही गुरु पूर्णिमा पर पीली वस्तुओं का दान करना भी शुभ माना जाता है.
कुंडली में गुरु दोष हो तो जीवन में बाधाएं आती हैं. इसे दूर करने के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु का ध्यान रखें. साथ ही 108 बार ‘ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ मंत्र का जाप करें.
Published at : 19 Jul 2024 04:30 PM (IST)
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