बांग्लादेश बॉर्डर से वापस आते भारतीय छात्र।
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बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण को लेकर हुई हिंसा के बीच भारत ने सीमा पर सैनिकों की तैनाती तेज कर दी है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बीएसएफ ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं त्रिपुरा बॉर्डर से भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी जारी है। पड़ोसी मुल्क से अब तक 4500 से अधिक भारतीय छात्र स्वदेश लौटे हैं। विदेश मंत्रालय ने रविवार को बताया कि नेपाल के 500, भूटान के 38 और मालदीव का एक छात्र भी भारत पहुंचा है।
मंत्रालय ने बताया कि भारतीय मिशन बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में शेष भारतीय छात्रों और भारतीय नागरिकों के कल्याण और सहायता के लिए उनके साथ नियमित संपर्क में हैं। उच्चायोग भारतीय नागरिकों की सीमा पार करने वाले स्थानों तक सुरक्षित यात्रा के लिए सुरक्षा एस्कार्ट की व्यवस्था कर रहा है। ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग और चटगांव, राजशाही, सिलहट और खुलना स्थित सहायक उच्चायोग भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में सहायता कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय भी भारतीय नागरिकों के लिए भूमि-बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर सुचारू आवागमन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित भारतीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है। उच्चायोग भारत और बांग्लादेश के बीच उड़ान सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश के नागरिक विमानन प्राधिकरणों और वाणिज्यिक एयरलाइनों के साथ भी समन्वय कर रहा है।
अलर्ट पर बीएसएफ
बीएसएफ त्रिपुरा फ्रंटियर के आईजी पटेल पीयूष पुरुषोत्तम दास ने कहा कि बांग्लादेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था ने बीएसएफ की चिंता भी बढ़ा दी है। इसलिए हमने सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है। ताकि असामाजिक तत्व सीमा पर न पहुंच सकें। बड़ी संख्या में सैनिकों और वरिष्ठ कमांडरों को सीमा पर भेजा गया है।