मीरजापुर/सोनभद्र। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देशन में एवं अपर जिलाधिकारी (वि/रा)/ प्रभारी अधिकारी- आपदा प्रबंधन शिव प्रताप शुक्ल के मार्गदर्शन में आज जनपद के समस्त सम्बंधित विभागों द्वारा बाढ़ प्रबंधन के अंतर्गत राज्य स्तरीय मॉक अभ्यास किया गया। इसमें बाढ से दौरान किसी के डूबने पर बचाव कार्य तथा पानी से घिरे गांवों से लोगों को निकालने का अभ्यास किया गया।
इस मॉक ड्रिल में अपर जिलाधिकारी (वि/रा)/ प्रभारी अधिकारी-आपदा प्रबंधन शिव प्रताप शुक्ल के द्वारा मॉक अभ्यास को प्रारंभ किया गया जिसमें कि सुबह 10 बजे इमरजेंसी आपरेशन सेंटर (ईओसी) को दीवान घाट, विन्ध्याचल में गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण 5 लोगों के डूबने एवं जलभराव की सूचना मिलती है। इस पर तत्काल ईओसी द्वारा अपर जिलाधिकारी (वि/रा) के अलावा वायरलेस से पुलिस कन्ट्रोल रूम को सूचित करते हुए स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, पशुपालन विभाग के अधिकारियों को फोन किया गया। स्थानीय गोताखोरों एवं नाविक से ईओसी द्वारा संपर्क करते हुए बाढ़ की स्थिति के सम्बन्ध में अवगत कराया गया और 10:25 बजे तक, यानि 25 मिनट के अन्दर बाढ में फंसे व्यक्तियों को बाहर निकालकर स्टेजिंग एरिया के निकट उपचार कराते हुए बाढ राहत केंद्र तक लाया गया। इसके अलावा वहां आयोजित गोष्ठी में बाढ़ प्रभावित इलाकों में दवा वितरण या कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने से लेकर लोगों के स्वास्थ्य व पशुओं का भी ख्याल रखने के तरीकों के बारे में बताया गया।
इस अभ्यास में एसडीआरएफ एवं 36 वीं वाहिनी पीएसी द्वारा कुल तीन नावों के माध्यम से बचाव कार्य का प्रदर्शन किया गया एवं बचाव किये गए लोगों का स्टेजिंग एरिया पर मौजूद मेडिकल टीम ने जांच की। उपरोक्त के अतिरिक डूबने वाले व्यक्तियों को बचाव उपरांत नजदीकी विन्ध्याचल सीएचसी तक ले जाया गया। एसडीआरएफ एवं 36 वीं वाहिनी पीएसी द्वारा डूबे व्यक्ति की शव की तलाश करना, बाढ़ प्रभावितों का प्रारंभिक उपचार कराने का भी अभ्यास किया गया।
इस मॉक अभ्यास में दीवान घाट के बचाव अभ्यास के उपरांत समस्त टीमों ने महेश भट्टाचार्य इंटरमीडिएट कॉलेज, अकोढ़ी- विन्ध्याचल में बनाये गए मॉडल बाढ़ राहत कैंप का निरीक्षण किया। मॉडल बाढ़ राहत कैंप में पुरुषों तथा महिलाओं के लिए अलग हॉल की व्यवस्था के साथ महिला पुलिस कर्मी एवं राजस्व सहित अन्य विभागों की तैनाती की गयी थी, सामुदायिक किचन में राहत कैंप में रह रहे लोगों को भोजन खिलाया गया, मोबाईल टॉयलेट, स्वच्छ पेयजल, कूलर इत्यादि की व्यवस्था की गयी थी। कार्यक्रम के अंत में कलेक्ट्रेट में बैठक की गई जिसमें सभी सहयोगी विभागों की बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा भी की गई, जिसमें सभी विभागाध्यक्षों ने अपनी तैयारियों से अवगत कराया तथा अपने अपने विचार रखे।
इस मॉक अभ्यास में पुलिस अधीक्षक नगर नितेश सिंह, मुख्या पशु चिकित्साधिकारी डॉ राजेश कुमार, तहसीलदार सदर श्री लालता प्रसाद, डिप्टी सीएमओ डॉ वीके भारती, एसडीआरएफ से टीम कमांडर नितेश कुमार एवं उनकी टीम तथा 36 वीं वाहिनी पीएसी प्लाटून कमांडर गुड्डू कुमार एवं उनकी टीम, जिला आपदा विशेषज्ञ अंकुर गुप्ता, वरिष्ठ सहायक कलेक्ट्रेट अनूप सान्तुवाला ने अन्य अधिकारयों तथा कर्मचारियों के साथ भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने प्रतिभाग किया।