आरएएफ की तैनाती
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दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान में हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक और कॉर्डिनेटर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। दोनों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। शनिवार की शाम को कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से एक छात्र और दो छात्राओं की मौत हो गई। इनकी पहचान श्रेया यादव, तान्या सोनी और नेविन डेल्विन के रूप में हुई है। तीनों के परिजनों को सूचना दे दी है।
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छात्रा श्रेया यादव यूपी के अंबेडकर नगर की रहने वाली थी। जबकि छात्रा तान्या तेलंगाना की रहने वाली थी। छात्र नेविन केरल का रहने वाला था। वह जेएनयू से पीएचडी भी कर रहा था। करीब आठ महीने से वह सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने तीनों के परिवारों को सूचित कर दिया गया है।
मध्य जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने बताया मरने वालों की पहचान हो गई है। इसमें एक लड़की यूपी के अंबेडकर नगर और छात्र केरल का रहने वाला है, जबकि दूसरी छात्रा तेलंगाना की रहने वाली है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 105, 106(1), 152, 290 और 35 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है।
उधर, कोचिंग संस्थान में बचाव अभियान का काम लगभग पूरा हो गया है। कुछ ही पानी बाकी बचा है। बेसमेंट समेत इमारत पूरी तरह खाली हो गई है। कोई वहां नहीं फंसा है। हादसे के बाद दिल्ली की मेयर ने भवन उपनियमों का उल्लंघन कर चल रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है।
कोचिंग सेंटर से वापस ली जाएगी एनओसी
दिल्ली फायर सर्विसेज के निदेशक अतुल गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि हमें कल शाम 7.12 बजे घटना की जानकारी मिली। हमने मौके पर पांच दमकल गाड़ियां भेजीं। जब हम वहां पहुंचे तो देखा कि बेसमेंट में पानी भर गया था। सड़क और बेसमेंट का लेवल बराबर हो गया था। जब सड़क पर पानी कम हुआ तो पानी निकालने और पंपिंग का काम शुरू हुआ। तीन शव बरामद हुए। बिल्डिंग को फायर एनओसी दी गई थी और बेसमेंट का इस्तेमाल स्टोरेज और पार्किंग के लिए किया जाना था। मालिक ने इसका दुरुपयोग किया। हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे और अब हम उनकी एनओसी वापस लेंगे।