Kamika Ekadashi 2024: सावन के महीने की पहली एकादशी यानी कामिका एकादशी आज है. मान्यता है कि इस दिन विष्णु जी (Vishnu ji) की पूजा करने वालों को कई गुना फल मिलता है.
कामिका एकादशी पर आज विष्णु जी को केसर मिश्रित जल अर्पित करें, सुबह तुलसी माता (Tulsi mata) को सिंदूर और लाल चुनरी अर्पित करें और शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक लगाकर विष्णु सहस्त्रनाम (Vishnu sahastranam) का पाठ करें. मान्यता है इससे नाराज पितर प्रसन्न होते हैं. कामिका एकादशी का व्रत पारण कब किया जाएगा, जान लें शुभ मुहूर्त, नियम और विधि.
कामिका एकादशी 2024 व्रत पारण (Kamika Ekadashi 2024 Vrat Parana time)
कामिका एकादशी का व्रत पारण 1 अगस्त 2024 को सुबह 05 बजकर 43 मिनट से सुबह 08 बजकर 24 मिनट के बीच किया जाएगा. इस दिन द्वादशी तिथि दोपहर 03.28 मिनट पर समाप्त होगी.
एकादशी व्रत पारण का नियम (Kamika Ekadashi Vrat parana niyam)
हरी वासर का समय एकादशी व्रत को तोड़ने के लिये निषिद्ध माना गया है. अगर आप व्रत को मध्याह्न तक करने की स्थिति में नहीं हैं या किसी भी तात्कालिक परिस्थिति में आप व्रत को हरी वासर के समाप्त होने के पश्चात् तोड़ सकते हैं हालाँकि, व्रत को हरी वासर समाप्त होने के कुछ घण्टों के बाद तोड़ना अधिक उचित होता है.
एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले ही कर लेना चाहिए. ऐसा न करने पर व्रती की पूजा, व्रत व्यर्थ चला जाता है और उसे दोष लगता है.
कामिका एकादशी व्रत कैसे खोलें
घर के मंदिर में सबसे पहले गणेश जी और विष्णु जी का अभिषेक करें. उन्हें खीर, हलवे का भोग लगाएं और ब्राह्मण भोजन कराएं, यथाशक्ति दान-दक्षिणा देकर विदा करें. फिर सबसे पहले एकादशी के दिन पूजा में चढ़ाएं प्रसाद को ग्रहण करें और फिर सात्विक भोजन का सेवन करें. इस दिन भूल से भी तामसिक भोजन न खाएं.
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