राजस्थान विधानसभा में घमासान।
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कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के निलंबन का विवाद दूसरे दिन और बड़ा हो गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भाकर को छह माह के लिए सदन से निलंबित कर सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने मीडिया के सामने आकर भाकर पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सोमवार को मार्शलों के साथ हुई धक्का-मुक्की में भाकर ने दो लोगों को काटा, जिसमें एक महिला और एक पुरुष मार्शल हैं।
उन्होंने कहा कि भाकर ने महिला मार्शल का अंगूठा चबा डाला और उनके पट्टी बंधी हुई है। हालांकि महिला मार्शल का नाम पूछे जाने पर गर्ग ने कहा कि किस-किस को चोट लगी है, इसकी रिपोर्ट मार्शल के सुरक्षा अधिकारी से ली जाएगी। इसके बाद तय होगा कि मामले में एफआईआर करनी है या नहीं।
विधायकों वाली कोई सुविधा नहीं मिलेगी
गर्ग ने कहा कि निलंबन के दौरान भाकर को विधायकों वाली कोई सुविधा नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा उन्हें जो कुछ सुविधा मिल रही है, इस अवधि में वो सारी समाप्त मानी जाएगी। गर्ग से जब ये पूछा गया कि क्या छह महीने बाद भी सत्ता पक्ष भाकर से माफी मंगवाने की मांग करेगा? इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा अशोभनीय व्यवहार करने वाले को बिना माफी मांगे तो माफ किया ही नहीं जा सकता।
भाकर बोले- बिना वोटिंग जल्दबाजी में किया निलंबन
निलंबन के बाद मुकेश भाकर ने कहा कि ये फैसला भाजपा के दबाव में लिया गया। उन्होंने कहा कि बिना वोटिंग जल्दबाजी में मेरा सस्पेंशन हुआ है। भाकर बोले हम कानून मंत्री के बेटे की गलत तरीके से नियुक्ति के बारे में बात करना चाहते थे। पहले स्पीकर ने कहा कि आप सीट पर जाएं, मैं व्यवस्था देता हूं। हम सीट पर गए तो स्पीकर ने कहा कि आप लिखित में दीजिए, मैं परीक्षण करके कल समय दूंगा। जब नेता प्रतिपक्ष बोल रहे थे तो भाजपा नेता बीच में खड़े होकर बोलने लगे।
स्पीकर पहले से तय करके आए थे
भाकर ने कहा कि स्पीकर पहले से तय करके आए थे। उन्होंने कहा कि मैंने विधायकों से कहा कि नेता प्रतिपक्ष बोल रहा है तो आपको अधिकार नहीं है। विधानसभा में भाजपा सरकार फेल हो रही है, मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे थे। उसका बचाव करने की जिम्मेदारी स्पीकर ने अपने ऊपर ली। स्पीकर पहले से बार-बार ये कह रहे थे कि यूनिवर्सिटी से आए छात्र नेता सुधर जाओ, तुम्हें सस्पेंड कर दूंगा।