Bangladesh Crisis News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना बीते दो दिनों से भारत में हैं. पश्चिमी देशों में उनको शरण देने को लेकर काफी हिचकिचाहट है. ब्रिटेन और अमेरिका के दरवाजे फिलहाल शेख हसीना के लिए तकरीबन बंद हो चुके हैं, इसलिए वह अब अन्य विकल्पों पर विचार कर रही हैं. इस बीच ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि शेख हसीना अब सऊदी अरब या यूएई में शरण मांगने में विचार कर रही हैं.
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की ब्रिटेन में राजनीतिक शरण लेने की अपनी कोशिश में पहले ही विफल हो चुकी हैं. ब्रिटेन ने शेख हसीना को शरण देने से पहले नियम गिना दिए हैं कि शरण लेने के लिए उन्हें फिजिकली तौर पर मौजूद रहना होगा.
शेख हसीना ने कहीं भी शरण नहीं मांगी- सजीब वाजेद
हालांकि, शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने शेख हसीना के किसी और देश से शरण मांगने की बात से ही इनकार कर दिया है. नतीजतन, अब वह यूएई, सऊदी अरब और फिनलैंड में शरण लेने पर विचार कर रही हैं. इस बीच बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि वो उन जगहों की यात्रा कर सकती हैं, जहां उनके परिवार के सदस्य रहते हैं, जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, फिनलैंड और भारत हैं.
सजीब वाजेद ने यह भी बताया कि वह वाशिंगटन में हैं और उनकी चाची लंदन में हैं. इसके अलावा उनकी बहन दिल्ली में रहती हैं, इसलिए वे अभी भी उसके सटीक ठिकाने के बारे में अनिश्चित हैं.
शेख हसीना ब्रिटेन क्यों नहीं जा सकती?
ब्रिटेन सरकार का नियम है कि जब तक कोई दूसरे देश का नागरिक नहीं पहुंचता, तब तक उसे असायलम नहीं मिल सकता है. इन कारणों से शेख हसीना न तो ब्रिटेन का टिकट कटा सकती हैं और न वहां जा पाएंगी. दरअसल, ब्रिटेन का जरूरतमंद लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का रिकॉर्ड रहा है.
इसके साथ ही ब्रिटेन के आव्रजन नियमों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि किसी को शरण या अस्थायी शरण लेने के लिए ब्रिटेन की यात्रा करने की अनुमति दी जाए. जिन लोगों को इंटरनेशनल संरक्षण की जरूरत होती है, उन्हें सबसे पहले सुरक्षित देश में शरण लेनी होती है.
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