ISIS terrorist Rizwan Ali
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को आतंकी रिजवान अली की तलाश बीते साल अक्तूबर से थी। उसके तीन साथियों मोहम्मद अरशद वारसी, मोहम्मद रिजवान और इंजीनियर शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा को गिरफ्तार किया था, लेकिन रिजवान फरार चल रहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि 2015 में रिजवान सोशल मीडिया के जरिये कट्टरपंथी विचारधारा की ओर झुका।
2017 में उसकी मुलाकात दिल्ली के शाहीन बाग में पढ़ाई के लिए आए झारखंड के मूल निवासी आतंकी शाहनवाज से हुई और वे अच्छे दोस्त बन गए। शाहनवाज और रिजवान हिजरत करना चाहते थे। इसके लिए धन इकट्ठा करने के लिए शाहनवाज अपराध में शामिल हो गया।
वर्ष 2018 में रिजवान एक सोशल मीडिया एप्लीकेशन के जरिये आईएसआईएस हैंडलर से जुड़ा। तब से वह और उसके साथी आईएसआईएस की विचारधारा में गहराई से शामिल हो गए और आतंकी वारदात को अंजाम देने की साजिश और तैयारी कर रहे थे।
अप्रैल 2022 में रिजवान और शाहनवाज इमरान, यूनुस साकी (पुणे पुलिस द्वारा गिरफ्तार) के संपर्क में आए। हालांकि शाहनवाज को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन रिजवान जांच एजेंसियों से बचने के लिए अपना ठिकाना बदलता रहा।