दुद्धी/सोनभद्र। तहसील मुख्यालय से लगभग दो किमी दूर खजूरी व दिघुल बार्डर पर रेलवे द्वारा बनाये गये अंडर पास पुलिया में जल निकासी की कोई मुकम्मल व्यवस्था नही है,आलम यह है कि बारिश होने पर यहां दो से तीन फीट पानी लग जा रहा है। पुलिया में पानी भरने से आवागमन बाधित हो जा रहा है, लोग घुटने भर पानी में पुलिया पार करने के लिए विवश है। यह मार्ग दुद्धी -अमवार मार्ग पर होने के कारण इस पर हजारों लोगों का प्रतिदिन आना जाना होता है। लोगों ने कई बार इस समस्या से निदान के लिए आवाज भी उठाई, लेकिन रेलवे प्रशासन के अनदेखी के कारण स्थिति जस की तस बनी हुई है।
पुलिया में पानी भरा देख समाज सेवी बबलू भारती ने अपने कुछ साथियों को लेकर चाईना मोटर से पुलिया में भरें पानी को निकाला तब जाकर आवागमन बहाल हुआ। बबलू भारती के इस जनहित के कार्य को लोगों ने भूरी भूरी प्रसंशा की। लेकिन सवाल यह है कि मोटर से जलजमाव का स्थायी निदान नही हो सकेगा। अंडर पासिंग पुलिया में जगह जगह बड़े बड़े गड्ढ़े होते जा रहे हैं,जिसमें आये दिन बाइक सवार गिर कर चोटिल भी हो रहे हैं। इस रास्ते से आये दिन अधिकारियों का आवागमन भी होता है। अमवार में उत्तर प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट कनहर सिचाई परियोजना का निर्माण भी हो रहा है। रेलवे क्रॉसिंग बन्द कर पुलिया के नीचे से वाहनों का आवागमन चालू होने से बड़े वाहन गुजर नही पा रहे हैं, जिससे दिघुल,टेढा, बघाडू,नगवां व अमवार में विकास कार्य भी बाधित हो गया है। विकास के लिए सामग्रियों को ट्रैक्टर आदि से साइटों पर पहुँचाया जा रहा है। ग्राम प्रधान दिघुल जगतनारायण ने कहा कि जब तक फ्लाई ओवर का निर्माण नही हो जाता तब तक रेलवे क्रॉसिंग को पूर्व की भांति फिर से चालू कर दिया जाए तभी समस्या का निदान हो सकेगा। ग्राम प्रधान ने कहा कि अंदर पासिंग पुलिया में आवागमन के दौरान अगर कोई घटना घटती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस प्रकरण में दुद्धी तहसीलदार ज्ञानेंद्र कुमार यादव से पक्ष लिया गया तो उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को सम्बंधित व उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया हैं जिससे समस्या का समाधान हो सके।