बॉर्डर पर पहुंचे बांग्लादेशी और सीमा पर बीएसएफ
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बांग्लादेश के मौजूदा संकट से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों पर भी दबाव बढ़ गया है। खासतौर से इसलिए भी कि बांग्लादेशी नागरिक भारत के डंकी रूट का इस्तेमाल करते रहे हैं। भारत-बांग्लादेश की सीमा से चोरी छिपे दाखिल होकर यह पहले पश्चिम बंगाल पहुंचते हैं।
कुछ समय बाद भारत में सक्रिय गैंग की मदद से भारतीय दस्तावेज और फर्जी भारतीय पासपोर्ट तैयार करवाते हैं। इन दस्तावेजों की मदद से ये लोग यूरोपीय देशों का वीजा लेकर चले जाते हैं।
पिछले दिनों इसी तरह भारत के रास्ते विदेश भागने के कई मामले सामने आए हैं। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि बांग्ला देश के मौजूदा संकट से समस्या बढ़ गई है। अंदेशा इस बात का ज्यादा है कि बड़ी संख्या में इसी तरह बांग्ला देश के नागरिक भारत होकर विदेश जा सकते हैं। दिल्ली पुलिस के अलावा दूसरे राज्यों की सुरक्षा एजेंसियां इस पर अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं।
इन बॉर्डर से भारत में करते हैं प्रवेश
अधिकारियों का कहना है कि पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम जैसे राज्यों की सीमा बांग्लादेश से लगती है। इन रास्तों से बांग्लादेशी नागरिक भारत में घुसपैठ करते हैं। हाल के दिनों में दिल्ली हवाई अड्डा पर पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों ने पूछताछ में बताया कि दोनों देशों के सक्रिय एजेंटों के जरिए वह अवैध रूप से सीमा पार कर भारत पहुंचते हैं। वह अपने परिचितों के घरों में ठिकाना बनाते हैं। वहां भारतीय एजेंटों के जरिए पहले भारतीय आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और पेन कार्ड तैयार करवाते हैं। फिर, इन दस्तावेजों के जरिए भारतीय पासपोर्ट तैयार करवाया जाता है।
क्या है डंकी रूट
डंकी रूट का मतलब ऐसे रास्ते से हैं जो अवैध रूप से लोगों को एक देश से दूसरे देश ले जाता है। सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों से बचने के लिए घुसपैठ करने वाले लंबी दूरी तय कर दूसरे देश में अवैध रूप से प्रवेश करते हैं।
बांग्लादेशी पासपोर्ट से यूरोपियन देशों का वीजा मिलना कठिन
पकड़े गए नागरिकों ने पुलिस को बताया कि बांग्लादेशी पासपोर्ट से यूरोपीय देशों का वीजा मिलना काफी कठिन होता है। वहीं भारतीय पासपोर्ट से ज्यादातर देशों का वीजा आसानी से मिल जाता है। इसलिए विदेश में कमाई के इच्छुक ज्यादातर बांग्लादेशी भारतीय डंकी रूट के रास्ते भारत में प्रवेश करते हैं और फिर एजेंटों के जरिए दस्तावेज तैयार कर विदेश भाग जाते हैं।