मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
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बीते सात साल से उत्तर प्रदेश की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिर देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बनकर उभरे हैं। प्रतिष्ठित मीडिया समूह के ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में योगी को नंबर वन सीएम के तौर पर जनता ने चुना है। देशभर में 1.36 लाख से अधिक जनता के बीच हुए सर्वे में 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी को बेस्ट सीएम माना है। योगी इस सर्वे में लगातार तीसरी बार देश के बेस्ट चीफ मिनिस्टर चुने गये हैं। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बहुत पीछे हैं।
‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे में देश के 30 राज्यों की जनता से सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के बारे में पूछे गये सवालों में योगी आदित्यनाथ को सर्वाधिक मत मिले हैं। जनता से पूछा गया कि वो किसे देश का सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्री मानते हैं, इसपर 33 प्रतिशत से अधिक लोगों ने योगी आदित्यनाथ के नाम पर अपनी मुहर लगाई है। इस सर्वे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मात्र 13.8 प्रतिशत लोगों ने लोकप्रिय माना है, जबकि पश्चिम बंगाल की सीएम लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। उन्हें 9.1 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया। वहीं चौथे नंबर पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन हैं, जिन्हें 4.7 प्रतिशत मत मिला। इसी तरह पांचवें नंबर पर आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू हैं, जिन्हें 4.6 फीसदी लोगों ने समर्थन दिया।
इस लिस्ट में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया, असम के हिमंता बिस्वा सरमा, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी कुछ हद तक समर्थन मिला है।
दावा किया जाता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते साढ़े सात साल में कानून-व्यवस्था से लेकर रोड कनेक्टिविटी, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में मिशन मोड में कार्य किया। इसके साथ ही यूपी को उद्योग प्रदेश बनाने में जुटे योगी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए 40 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त करके नया कीर्तिमान रचा है।
इसके अलावा रोजगार को लेकर भी दावे किए जाते हैं। योगी सरकार की तरफ से दावा किया जाता है कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार और साढ़े छह लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। इससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है।