तेजस्वी यादव
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आज राष्ट्रीय जनता दल के नेता और कार्यकर्ता बिहार के 32 जिलों में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। पटना में राजद के वरीय नेताओं के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। तेजस्वी यादव पटना हाईकोर्ट द्वारा रद्द किए गए आरक्षण को फिर से लागू करने और संविधान की नौवीं अनुसूची में डालने की मांग कर रहे हैं। उनके साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राजद नेता उदय नारायण चौधरी, जयप्रकाश नारायण, अब्दुल बारी सिद्दीकी, प्रवक्ता चितरंजन गगन, शक्ति यादव, मृत्युंजय तिवारी धरना पर बैठे हैं। अभी लोग आरक्षण और पूरे देश में जातीय गणना कराने की मांग कर रहे।
17 महीने तक आरक्षण की सीमा क्यों नहीं बधाई
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हम जब 17 महीने सत्ता में रहे तभी तो आरक्षण की सीमा बढ़ाई गई? उनके(राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) कार्यकाल में ऐसा क्यों नहीं हुआ? नौटंकी तो वे लोग कर रहे हैं। तेजस्वी ने पूछा की आरक्षण को नौवीं अनुसूचि में क्यों नहीं डाला जा रहा है? जो आज बयान दे रहे हैं वही तो मेरे साथ बैठकर आरक्षण की घोषणा कर रहे थे। तेजस्वी ने कहा कि पांच लाख नौकरी उसी दौरान (महागठबंधन सरकार) मिला। खेल नीति, शिक्षा नीति उसी दौरान बनी।
भाजपा और जदयू वाले नकारात्मक लोग हैं
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा और जदयू वाले नाकारात्मक लोग हैं। अगर आप कुछ सकारात्मक बात कहेंगे तो उन्हें तकलीफ होनी ही है। हालांकि अगर वे सत्ता में बैठे है तो उनकी जिम्मेदारी बनती है। बिहार का विशेष राज्य का दर्जा तो छोड़ ही दीजिए। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया तो जदयू के लोग ताली बजा रहे थे। क्यों नहीं मिलना चाहिए? हम चुनौती देते हैं जदयू के नेताओं को कि वो बताएं क्या वह आरक्षण को नौवीं अनुसूचि में डालने के पक्ष में हैं या नहीं।