साहब…पड़ोसियों ने मेरे बेटे का अपहरण कर लिया है। इनके ऊपर हत्या की धारा लगाकर जेल भेज देना। अपने मासूम बेटे की हत्या करने के आरोपी संजीव के बार-बार यही बात दोहराने पर पुलिस का शक उस पर गहराता गया। पड़ोसियों को थाने में बुलाने के बाद पुलिस ने संजीव को कार्रवाई का आश्वासन दिया। जब पुलिस ने ये कहा कि शव बरामद होते ही पड़ोसियों को जेल भेज देंगे। वैसे ही संजीव ने नदी में खोजने की बात कही। पुलिस ने मंगलवार को मासूम का शव नदी से बरामद कर लिया। हत्यारोपी पिता को जेल भेज दिया।
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सिंधौली थाना क्षेत्र के गांव तिउलक निवासी राजमिस्त्री संजीव ने पत्नी नन्हीं देवी की पिटाई का बदला लेने के लिए मानसिक रूप से अस्वस्थ बेटे की हत्या कर दी। पत्नी से विवाद के बाद से ही पड़ोसियों को उसने सबक सिखाने की ठान ली थी।
सोमवार को संजीव घर लौटा। उसने पत्नी को बताया कि उसे बुखार आ रहा है। इसके बाद साजिश के तहत बेटे गौरव व खुद की दवा लेने के लिए स्कूटी से चिनौर आया था। खुशीराम के मेडिकल स्टोर से दवा लेने के बाद शाम करीब सात बजे वह तिउलक पुल के पास पहुंचा। लोगों की आवाजाही न होने के दौरान उसने मासूम बेटे गौरव को पुल से नदी में धक्का दे दिया।
आंखों के सामने वह डूब गया और उसका निर्दयी पिता उसे देखता रहा। बेटे के पानी में डूबने के बाद संजीव घर पहुंचा। उसने बताया कि पड़ोसी और चार अन्य लोग रास्ते में घेरकर बेटे को छीनकर भाग गए। इतना कहते हुए वह बेहोश हो गया। उसे पानी की छींटें मारकर होश में लाया गया। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने संजीव से पूछताछ शुरू की।
एक बेटी की भी हो चुकी मौत
संजीव के परिवार में पत्नी व चार बेटे थे। पुलिस के अनुसार, गौरव की मृत्यु से पहले एक बेटी भी खत्म हो चुकी है। उसके परिवार में पत्नी के अलावा बेटा सौरभ और एक बेटी है।