उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
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विधानसभा उपचुनाव की रणभेरी भले ही अभी नहीं बजी है, लेकिन चुनावी कुरुक्षेत्र सजना शुरू हो गया है। फूलपुर लोकसभा की फूलपुर विधानसभा चुनाव में मिले अच्छे मत से उत्साही सपाई इसे अब अपना मजबूत दुर्ग बता रहे हैं। वहीं, भाजपा इसे ढहाने के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रही है। सपा केे प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल लगातार फूलपुर विधानसभा में आकर तमाम कार्यक्रमों में शिरकत भी कर रहे हैं।
फूलपुर विधानसभा का उपचुनाव 15 दिसंबर 24 के पहले होना तय है। सपा के तमाम नेता इस सीट पर लगातार सक्रिय है। बीते लोकसभा चुनाव में प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लगा था। ऐसे में भाजपा 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर नुकसान की भरपाई करना चाहती है। इन 10 सीटों में प्रयागराज की फूलपुर सीट को लेकर पूरी ताकत झोंकी जा रही है।
लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी अमरनाथ मौर्य ने फूलपुर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी प्रवीण पटेल को शिकस्त दी थी। 17 हजार से ज्यादा की लीड होने के बाद सपा इससे बेहतर प्रदर्शन उपचुनाव में करना चाह रही है। चर्चा है कि सपा भी इस सीट से कुर्मी प्रत्याशी को मैदान में उतार सकती है। सपा इसके पूर्व 2012 में भी यह सीट जीत चुकी है।
2002 के चुनाव में फूलपुर विधानसभा क्षेत्र का नाम झूंसी था। तब सपा प्रत्याशी विजमा यादव यहां से चुनाव जीती थी। इस बार सपा कुर्मी या यादव में से किसी को यहां से अपना प्रत्याशी बना सकती है। सपा मीडिया प्रभारी दान बहादुर का कहना है कि पार्टी जिसे भी अपना प्रत्याशी बनाएगी, उसकी जीत यहां सुनिश्चित है।