नागर विमानन मंत्रालय
– फोटो : i-stock
विस्तार
अंतरराष्ट्रीय विमानन विश्लेषण फर्म OAG के अनुसार, दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGIA) वैश्विक “मेगाहब” हवाई अड्डों की नवीनतम रैंकिंग में 24वें स्थान पर पहुंच गया है। यह पिछली बार इस रैंकिंग 25वें स्थान पर था। यह हवाई अड्डों रैंकिंग है जहां से सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालित होते हैं।
इस रैंकिंग के अनुसार शीर्ष 50 में दिल्ली के अलावे मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा (सीएसएमआईए) शामिल है। हालांकि, मुंबई का हवाई अड्डा पिछले वर्ष की तुलना में 10 स्थान नीचे खिसक कर 44वें स्थान पर आ गया है।
हालांकि, दिल्ली और मुंबई दोनों हवाई अड्डे कम लागत वाली एयरलाइन (एलसीसी) संचालन के लिए मेगाहब हवाई अड्डों की ओएजी की रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन किया है। इस मामले में इंडिगो की सेवाओं की बदौलत दिल्ली हवाई अड्डा पिछले साल के छठे स्थान से चढ़कर 5वें स्थान पर पहुंच गया, जबकि मुंबई हवाई अड्डा 11वें स्थान पर बना हुआ है।
विश्व स्तर पर शीर्ष पांच मेगाहब हवाई अड्डों में लंदन के हीथ्रो, कुआलालंपुर के इंटरनेशनल, टोक्यो के हानेडा, एम्स्टर्डम के शिफोल और सियोल के इंचियोन हवाई अड्डे का नाम शामिल हैं। एलसीसी मेगाहब श्रेणी में कुआलालंपुर इंटरनेशनल हवाई अड्डा सबसे आगे है, इसके बाद मनीला के निनॉय एक्विनो इंटरनेशनल, इंचियोन और सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट का स्थान है।
ओएजी डेटा के अनुसार, इंडिगो दिल्ली एयरपोर्ट पर 39 प्रतिशत और मुंबई एयरपोर्ट पर 41 प्रतिशत उड़ानें संचालित करता है। दिल्ली से 156 गंतव्यों के लिए कुल 11,099 कम लागत वाले उड़ान संचालित होती हैं, जबकि मुंबई से 127 गंतव्यों के लिए 8,461 उड़ान संचालित होते हैं। कुल उड़ानों की बात करें तो दिल्ली में यह आंकड़ा 21,781 है, जबकि मुंबई में 12,849 हैं।
ओएजी की रैंकिंग 100 सबसे बड़े वैश्विक और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के उड़ान आंकड़ों पर आधारित है। इसमें सितंबर 2023 से अगस्त 2024 तक के लिए कुल निर्धारित सीटों पर विचार किया गया है। भारत, जो अब अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाज़ार है। यह सबसे तेज से बढ़ने वाले बाज़ारों में से एक है।