पीएम मोदी
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प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘अमेरिकन इंडियन स्पिरिट है और यही दुनिया का एआई पावर है। यही एआई स्पिरिट ही भारत-अमेरिका के रिश्तों को नई ऊंचाई दे रहा है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘अब अपना नमस्ते भी मल्टीनेशनल हो गया है। लोकल से ग्लोबल हो गया है और ये सब आपने (विदेश में रहने वाले भारतीयों ने) किया है। अपने दिल में भारत को बसा कर रखने वाले हर भारतीय ने ये किया है। मैं हमेशा से आपके (भारतीय डायस्पोरा) सामर्थ्य को समझता रहा हूं।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आप मेरे लिए हमेशा से भारत के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसेडर रहे हैं। इसलिए मैं आप सबको राष्ट्रदूत कहता हूं।’
‘भाषा अनेक हैं, लेकिन भाव एक- भारतीयता’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘हम भारतीय जहां भी जाते हैं, सबको परिवार मानकर उनसे घुल-मिल जाते हैं। डायवर्सिटी को समझना, जीना, उसे अपने जीवन में उतारना… ये हमारे संस्कारों में है। कोई तमिल बोलता है… कोई तेलुगु, कोई मलयालम, तो कोई कन्नड़… कोई पंजाबी, कोई मराठी तो कोई गुजराती… भाषा अनेक हैं, लेकिन भाव एक है… और वो भाव है- भारतीयता। हम उस देश के वासी हैं, जहां सैकड़ों भाषाएं और बोलियां हैं, दुनिया के सारे मत और पंथ हैं। फिर भी हम एक बनकर, नेक बनकर आगे बढ़ रहे हैं। दुनिया के साथ जुड़ने के लिए ये हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यही मूल्य, हमें सहज रूप से ही विश्व-बंधु बनाती हैं।’