Indian Railways
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देशभर में आए दिन हो रहे रेल हादसों पर रोक लगाने के लिए रेलवे कई कदम उठाने जा रहा है। रेलवे ने ट्रेन हादसों पर रोक लगाने के लिए रेलवे सुरक्षा दल का गठन किया गया है। इस दल में शामिल लोगों को नई तकनीक से जोड़ा गया है। जो घटनास्थल पर तत्काल पहुंचकर प्रभावितों को मदद पहुंचाने में सक्षम होंगे। यह उम्मीद की जा रही है कि 60 मिनिट में यह टीम जंगल-खेत को पार करते हुए घटनास्थल पहुंचेगी। दुर्घटना में घायल यात्रियों को बाहर निकालने का काम करेगी।
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिले निर्देश के बाद इस मोबाइल यूनिट को बनाया गया है। यह बहुत तेजी से काम करने वाली यूनिट साबित होगी। इसमें विधिवत प्रशिक्षण के बाद ही लोगों को शामिल किया गया है। इस टीम में शामिल लोगों को बताया गया है कि ट्रेन घटना होने पर कैसे किसी घटनास्थल पर पहुंचकर यात्रियों का रेस्क्यू करना है। हालांकि, रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए हमारे पास पहले से ही तंत्र मौजूद है, लेकिन यह जल्द ही पहुंचने में अक्षम है। इसे देखते हुए यह यूनिट बनाई गई है, ताकि समय रहते प्रभावित लोगों का रेस्क्यू किया जा सके।
उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशिकरण कहा कि, यह भारतीय रेलवे द्वारा किया गया पहला प्रयास है, जिसमें हमने रेलवे सुरक्षा दल के नाम से मोबाइल यूनिट बनाई है। यह यूनिट ऐसी जगहों में पहुंचने में सक्षम होगी, जहां आमतौर पर पहुंचना दूभर होता है। कई हादसों में देखने को मिला है कि रेस्क्यू टीम के लिए घटनास्थल पर पहुंचना मुश्किल हो जाता है, उसी को ध्यान में रखते हुए हमने यह यूनिट बनाई है। इसमें जो भी यंत्र इसमें शामिल हैं, वो बेहद कुशल हैं। वो लोगों को रेस्क्यू करने में पूरी तरह योग्य हैं। किसी भी विषम परिस्थिति में यह लोगों को बचाने में सक्षम हैं।
उन्होंने कहा कि, हमने दो महीने लगातार इस पर काम किया है। यह रेलवे की ओर से किया गया अभिनव प्रयास है, जिसकी सराहना की जा रही है। इसमें हमने कुल 6 लोगों को शामिल किया है। इसके अलावा, हमने इनके कार्य भी विभाजित कर दिए हैं. हमने इसमें शामिल लोगों को रेस्क्यू के लिए पूरी ट्रेनिंग भी दी है। इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले सभी सुरक्षात्मक उपकरण भी हमने शामिल किया है।