प्रतीकात्मक तस्वीर
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नाबालिग छात्रा को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात में लापरवाही बरतने वाले सरोजनीनगर थाने के अतिरिक्त निरीक्षक अनवर अहमद को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। उधर मुख्य आरोपी को जेल भेजा गया है, जबकि किशोर को बाल संप्रेक्षण गृह में दाखिल कराया गया है।
सरोजनीनगर निवासी 14 वर्षीय छात्रा सोमवार दोपहर स्कूल से निकली थी। इसी दौरान उसके पड़ोस में रहने वाला दानिश अपने 17 वर्षीय दोस्त के साथ मिलकर छात्रा को अगवा कर ले गया था। कृष्णानगर इलाके में स्थित होटल पैराडाइज शांति इन में बंधक बनाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। शाम साढ़े चार बजे पिता को वह रोते-बिलखते घर के पास मिली थी। पिता ने सरोजनीगर थाने पहुंचकर शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने मामला कृष्णानगर थाना क्षेत्र का बताकर टरका दिया था। जब कृष्णानगर पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो पता चला कि मामला सरोजनीनगर का क्षेत्र है।
उच्चाधिकारियों को जानकारी देने के बाद सरोजनीनगर थाने में केस दर्ज हुआ। डीसीपी साउथ केशव कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में सरोजनीनगर के अतिरिक्त इंस्पेक्टर अनवर अहमद की लापरवाही पाई गई है। इसलिए उन्हें निलंबित कर जांच कराई जा रही है। आरोपी दानिश को बुधवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा गया। पुलिस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की भी कवायद करेगी।
आखिर होटल वालों को क्यों नहीं लगी भनक
छात्रा को होटल में बंधक बनाया गया। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया, लेकिन होटल वालों को इसकी भनक नहीं लगी। इस पहलू पर पुलिस की तफ्तीश जारी है। वहीं, नाबालिगों को होटल में रूम देना भी सवालों के घेरे में हैं। होटल भी मानकों को दरकिनार कर चल रहा है। न फायर एनओसी है और न ही फायर उपकरण। पुलिस होटल मालिक पर भी कार्रवाई की तैयारी में है।