पीएम मोदी ने नेतन्याहू से बात की
– फोटो : ANI
विस्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू से बातचीत की है। इसके बारे में सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने कहा- भारत शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा- पश्चिम एशिया में हाल ही में हुए घटनाक्रमों के बारे में प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की। पीएम मोदी ने आगे लिखा- आतंकवाद का हमारे विश्व में कोई स्थान नहीं है। क्षेत्रीय तनाव को रोकना और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
Spoke to Prime Minister @netanyahu about recent developments in West Asia. Terrorism has no place in our world. It is crucial to prevent regional escalation and ensure the safe release of all hostages. India is committed to supporting efforts for an early restoration of peace and…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 30, 2024
हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने किसी विशेष घटना का उल्लेख नहीं किया, लेकिन पिछले हफ्ते लेबनान में इस्राइली हमलों में हिजबुल्ला के सात उच्च पदस्थ कमांडर और अधिकारी मारे गए, जिनमें समूह का नेता हसन नसरल्ला भी शामिल था। 7 अक्टूबर को गाजा से इस्राइल में हमास के हमले के बाद वहां युद्ध छिड़ने के बाद हिजबुल्ला उत्तरी इस्राइल में रॉकेट और मिसाइलें दाग रहा था।
एक साथ कई मोर्चे पर लड़ रहा इस्राइल
बता दें कि पश्चिम एशिया के कई देश आमने-सामने हैं। इसकी शुरुआत पिछले साल अक्तूबर में इस्राइल-हमास युद्ध के साथ हुइ। पहले हमास और अब हिजबुल्ला प्रमुख की मौत के बाद पश्चिम एशिया के देशों के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है। एक तरफ जहां ईरान समेत कई देश इस्राइल की तरफ से लेबनान में की गई कार्रवाई से खफा है। वहीं कुछ देश इसका समर्थन भी कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में तमाम वैश्विक नेताओं ने जताई चिंता
उधर अमेरिका ने भी मित्र देशों के सेनाओं के साथ मिलकर सीरिया और यमन में सशस्त्र समूहों के अड्डों को निशाना बनाया है। यह संघर्ष ऐसे समय हो रहा है जब विश्वभर के नेता न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। उन्हें यह आशंका है कि यह संघर्ष और अधिक बढ़ सकता है और इसमें कई देश भी शामिल हो सकते हैं।