यूपी में सपा कांग्रेस गठबंधन।
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हरियाणा में अनदेखी से आहत होने के बाद भी समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखने का एलान किया है। बृहस्पतिवार को सैफई में मुलायम सिंह यादव की दूसरी पुण्य जयंती के अवसर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सपा का कांग्रेस से प्रदेश के उपचुनाव में गठबंधन रहेगा और वे आइएनडीआइ गठबंधन का हिस्सा रहेंगे। इसी के साथ उपचुनाव में शेष बची चार सीटों में कांग्रेस के लिए विचार करने के संकेत भी दे दिए।
सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी आरएलडी की दो सीटें कांग्रेस को देने के मूड में है। आरएलडी सपा गठबंधन में खैर और मीरापुर की सीटें लड़ी थी। सूत्रों के मुताबिक सपा कांग्रेस को गाजियाबाद सदर और मीरापुर की सीट देना चाहती है। कांग्रेस की तरफ से दबाव बना तो मीरापुर या खैर में से कोई एक सीट देने का फैसला भी हो सकता है। गाजियाबाद से कांग्रेस ने पिछला लोकसभा चुनाव लड़ा था। यही वजह है कि सपा गाजियाबाद सदर सीट कांग्रेस को दे सकती है।
वहीं कांग्रेस बची हुई सभी चार सीटें सपा से मांग रही है। मीरापुर की सीट पर चंदन चौहान आरएलडी से जीते थे। कांग्रेस ने खैर विधानसभा सीट पर भी अपनी नजरें गढ़ा रखी हैं। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने वहां से चारु केन को कांग्रेस में शामिल कराया है। चारु केन दलित बिरादरी की हैं और जाट परिवार की बहू हैं। पिछली बार बसपा से चुनाव लड़कर 65 हजार वोट पाए थे। अच्छे खासे वोट देखकर चारु पर दांव लगाने की तैयारी में है। हालांकि कांग्रेस सभी 10 सीटों के लिए वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी व पर्यवेक्षक नियुक्त कर चुकी है।
इससे पहले बुधवार को समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर कांग्रेस को झटका दिया था। अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से तेजप्रताप यादव, मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मैदान में उतारा है। कानपुर की सीसामऊ सीट से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है। फूलपुर विधानसभा सीट से मुस्तफा सिद्दीकी को, कटेहरी विधानसभा सीट से शोभावती वर्मा को और मझंवा सीट से डॉ. ज्योति बिंद को मैदान में उतारा है।