UP By Polls 2024: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर बीजेपी और समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन पूरी तरह से तैयार है. वहीं मुंबई में हुई एनसपी (अजित गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या भी इस उपचुनाव में मुद्दा बन सकती है. क्योंकि यूपी की करीब 19% मुस्लिम आबादी है और महाराष्ट्र में BJP गठबंधन की सरकार है. इस वजह से सपा और कांग्रेस कानून व्यवस्था को मुद्दा बना सकते हैं, हत्याकांड से उपजी सहानुभूति विपक्ष को फायदा पहुंचा सकती है. इससे साफ है कि मुस्लिम बहुल सीटों पर BJP को नुकसान हो सकता है.
वहीं यूपी उपचुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए अग्निपरीक्षा भी है, क्योंकि 5 सीटें ऐसी हैं जिस पर बीजेपी कमजोर होती हुई दिखाई दे रही है. जिसमें सबसे पहला नाम करहल सीट का है जो कि सपा की परंपरागत सीट और इस सीट पर सवा लाख से ज्यादा यादव वोटर हैं. इसके साथ ही कुंदरकी सीट पर 60% और सीसामऊ सीट पर 45% से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं. वहीं मिल्कीपुर सीट पर दलित और यादव करीब 2 लाख हैं, वहीं फूलपुर सीट पर करीब डेढ़ लाख दलित और यादव हैं.
PDA पथ पर अखिलेश की साइकिल
समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव के लिए अपने 6 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है, जिसमें साफ PDA की झलक दिख रही है. अखिलेश यादव ने जिन 6 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है उसमें से 2 अल्पसंख्यक, 3 पिछड़ा और 1 दलित उम्मीदवार है.
सपा ने इन्हें दिया टिकट
कटेहरी सीट पर सपा ने शोभावती वर्मा को टिकट दिया है जो सपा सांसद लालजी वर्मा की पत्नी हैं. वहीं करहल सीट पर अखिलेश यादव के भतीजे तेजप्रताप यादव, सीसामऊ से पूर्व MLA इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाया गया है. मिल्कीपुर सीट पर सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को टिकट मिला है. मंझवा से सपा नेता सशेर सिंह की बेटी डॉ. ज्योति बिंद और फूलपुर से पूर्व विधायक मुर्तजा सिद्दीकी को प्रत्याशी बनाया गया है.
बता दें कि यूपी में कुल 10 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसमें बीजेपी 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके लिए हर सीट से तीन 3 नामों पर चर्चा है और मीरापुर सीट पर बीजेपी की सहयोगी पार्टी RLD कैंडिडेट उतार सकती है. वहीं बीजेपी की दूसरी सहयोगी पार्टी निषाद पार्टी कटेहरी और मंझवा सीट चाहती है.
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