बाबा सिद्दीकी
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मुंबई में लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों की गाेलियों का शिकार बने पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी के खिलाफ एक शिकायत की यूपी एटीएस ने करीब 10 वर्ष पहले जांच की थी। दुबई में रहने वाले मुंबई निवासी कारोबारी हाफिज ने बाबा सिद्दीकी द्वारा 20 करोड़ रुपये हड़पे जाने की शिकायत की थी, जो जांच में झूठी पाई गई थी। हालांकि इस मामले के बाद यूपी एटीएस को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के बारे में कई अहम जानकारियां मिली थीं, जिसे मुंबई पुलिस से साझा किया गया था। इससे फिल्म इंडस्ट्री के कई लोगों की जान बचाई जा सकी थी।
यूपी एटीएस के सेवानिवृत्त निरीक्षक अविनाश मिश्रा ने हाफिज की शिकायत की जांच की थी, जिसमें सामने आया था कि बाबा सिद्दीकी की दाऊद से 20 करोड़ रुपये के लेन-देन की अदावत चल रही थी, जिसकी वजह से दाऊद के इशारे पर उसने लखनऊ में शिकायत की थी। हाफिज ने आरोप लगाया था कि लखनऊ आने पर उसे बाबा सिद्दीकी ने जान से मारने की धमकी दी है। जब एटीएस ने हाफिज के बारे में पता किया तो उसका दाऊद से लिंक सामने आया। जिसके बाद उसने सच कबूल दिया।
एटीएस ने उससे दाऊद गिरोह के बारे में कई सूचनाएं जुटाने के बाद उसे मुंबई पुलिस से साझा भी किया था। अविनाश मिश्रा ने बताया कि इससे पहले दाऊद ने माफिया बबलू श्रीवास्तव और छोटा राजन को भी जेल में मरवाने की साजिश रची थी। इसके लिए पश्चिम यूपी के शूटरों को सुपारी दी गई थी। इसका खुलासा होने के बाद दोनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, जिससे दाऊद अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सका था।