लखनऊ। रेलयात्रियों की संरक्षित यात्रा एवं रेलों के संरक्षित परिचालन को सर्वप्रथम मानते हुए भारतीय रेल द्वारा अपनी संरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ और सशक्त बनाने के लिए निरंतर नए प्रयास किए जा रहे है। संरक्षा संबंधी इन्हीं कार्यकलापों के अंतर्गत आज दिनांक 19 अक्टूबर 2024 को महानिदेशक संरक्षा, रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली, श्री हरी शंकर वर्मा का उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल में आगमन हुआ। अपने आज के इस आगमन के तहत उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक, श्री एस.एम.शर्मा से मंडल की संरक्षा व्यवस्था की कार्यप्रणाली तथा इस विषय में किए जा रहे प्रयासों एवं गतिविधियों की क्रमवार जानकारी प्राप्त की। संरक्षा महानिदेशक, इस अवसर पर मंडलीय कार्यालय के सभागार में आयोजित संरक्षा संबंधी बैठक में सम्मिलित हुए। इस सभा में संरक्षा से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं जैसे रेलवे लाइनों के पास रहने वाले लोगों को जागरूक किया जाए की वो अपने पालतू जानवर व स्वयं को भी रेलवे लाइन से दूर रखें। डाटा लॉगर को समय समय पर चेक किया जाए की यह काम कर रहा है या नहीं । मण्डल द्वारा समय समय पर सेफ्टी सर्कुलर की जानकारी से कर्मचारियों को जागरूक किया जाता रहे। मंडल स्तर पर नियमित तौर पर सेफ्टी सेमिनार एवं संरक्षा संबंधी अन्य कलापों का आयोजन किया जाता रहे। निरीक्षणों के दौरान रेलवे लाइन के किनारे पड़े हुए अनाधिकृत स्लीपर्स तथा संदिग्ध सामान तत्काल हटाए जाएं, जिससे कोई अप्रिय घटना न होने पाए इत्यादि पर चर्चा हुई। महानिदेशक ने इस बैठक में संरक्षा के संबंध में अपने सुझाव और निर्देश पारित किए।
इस अवसर पर महानिदेशक ने अपने विचार व्यक्त करते हुए “संरक्षा प्रथम, संरक्षा सर्वोपरि” के मूलमंत्र का अनुसरण करते हुए कार्य करने की बात पर विशेष बल दिया। उन्होंने संरक्षा कोटि से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मियों सहित अन्य सभी विभागों के आपसी तालमेल और उचित सहयोग के साथ संरक्षा संबंधी कार्य करने की बात कही। साथ ही उन्होंने संरक्षा संबंधी सभी उपकरणों, संकेतकों एवं यंत्रों का उचित रखरखाव तथा नियमित निगरानी करने पर अतिरिक्त बल दिया, ताकि वे सभी अपनी पूर्ण दक्षता से कार्य कर सकें एवं संरक्षा के सभी कार्यों को उचित मानकों के आधार पर सम्पन्न किया जा सके। इस बैठक में अपर मंडल रेल प्रबंधक, श्रीमती नीलिमा सिंह सहित सभी विभागों के शाखाध्यक्ष, अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।