Diwali 2024: दिवाली का पर्व खुशियां का पर्व है, भारत ही नहीं विदेशों में भी दिवाली का पर्व मनाया जाता है. दिवाली की तैयारियां एक पहले से ही शुरु हो जाती है. दिवाली पर लक्ष्मी जी की पूजा का विशेष महत्व है. हिंदू धर्म में लक्ष्मी जी को धन की देवी माना गया है. लक्ष्मी जी की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. लक्ष्मी जी वैभव प्रदान करने वाली देवी हैं, कलियुग में लक्ष्मी जी कृपा से सभी कष्ट दूर होते हैं.
पांच दिनों का दीपावली महापर्व इस वर्ष छह दिनों का होगा. हिंदू धर्म में दीपावली का त्योहार बहुत उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है. कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक अमावस्या तिथि पर भगवान श्री राम 14 वर्षों का वनवास काटकर और लंका पर विजय करने के बाद अयोध्या लौटे थे. जिसकी खुशी में सारे अयोध्यावासी इस दिन पूरे नगर को अपने राजा प्रभु राम के स्वागत में दीप जलाकर उत्सव मनाया था. इसी कारण से तब से ये परंपरा चली आ रही है.
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर – जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि पांच दिनों का दिवाली 2024 महापर्व इस वर्ष छह दिनों का होगा.
इस बार दीपावली महापर्व की शुरुआत 29 अक्टूबर को धनतेरस से होगी. 30 अक्टूबर को हनुमान जयंती और छोटी दीपावली या रूप चौदस 31 अक्टूबर और दीपावली 1 नवंबर 2024, अन्नकूट व गोवर्धन पूजा 2 नवंबर 2024 और भैयादूज 3 नवंबर 2024 के साथ ही इस महापर्व का सामापन हो जाएगा.
पहला पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनाध्यक्ष कुबेर के पूजन से शुरू होकर मृत्यु के देवता यमराज के लिए दीपदान तक चलेगा. दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व भी होता है. इस दिन शाम और रात के समय शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और माता सरस्वती की पूजा की जाती है. धनतेरस दीपावली का पहला दिन माना जाता है. इसके बाद नरक चतुर्दशी फिर दीपावली, गोवर्धन पूजा और आखिरी में भैया दूज का त्योहार मनाया जाता है.
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