डीके शिवकुमार।
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कर्नाटक में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस बागी नेता सैयद अजीमपीर खादरी ने 13 नवंबर को शिगगांव विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया था। जिसको लेकर कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि बागी कांग्रेस नेता सैयद खादरी शिगगांव से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 30 अक्तूबर को अपना नामांकन वापस ले लेंगे।
बता दें कि शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन खादरी ने आखिरी समय में शिगगांव में 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर सबको चौंका दिया। जिसके बाद इस बात की सुगबुगाहट तेज हो गई कि खादरी कांग्रेस उम्मीदवार यासिर अहमद खान पठान की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाएंगे।
भाजपा ने शिगगांव से भरत बोम्मई पर खेला दांव
कर्नाटक द्वारा शिगगांव विधानसभा उपचुनाव में जहां यासिर अहमद खान को चुनावी मैदान में उतारा है। तो भाजपा ने हावेरी के सांसद तथा पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के बेटे भरत बोम्मई को शिगगांव से मैदान में उतारा है। बता दें कि कर्नाटक में तीन विधानसभा सीट चन्नपटना, संदूर और शिगगांव पर उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे। वहीं मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
खादरी को उपयुक्त पद देगी कांग्रेस
बागी नेता खादरी के कांग्रेस छोड़ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर शिगगांव से चुनाव लड़ना कही ना कही कांग्रेस के लिए नुकसान देह साबित हो सकता था। इस बात को ध्यान में रखते हुए कर्नाटक के डिप्टी सीएन ने नाराज नेता को मनाने के लिए ने कहा कि खादरी 30 अक्टूबर को अपना नामांकन वापस ले लेंगे, पार्टी उन्हें उपयुक्त पद देगी। इसके साथ ही शिवकुमार ने बताया कि बागी कांग्रेस नेता ने उनसे अपनी चिंताओं पर चर्चा की।
खादरी हमारे साथ हैं- शिवकुमार
कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने कहा कि उन्हें पार्टी में उपयुक्त पद देने का वादा किया गया है। मैं आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर किए गए वादों का खुलासा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि वह अपना नामांकन वापस लेंगे और पार्टी के लिए काम करेंगे। खादरी हमारे साथ हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि खादरी को पिछले चुनाव में ही टिकट दे दिया जाना चाहिए था और पार्टी उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगी तथा उन्हें उचित पद देकर पुरस्कृत किया जाएगा। इसके साथ ही शिवकुमार ने खादरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह एक ईमानदार व्यक्ति हैं तथा कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष दर्शन के प्रति प्रतिबद्ध हैं।