कनाडा में हिंदू समुदाय पर हमला
– फोटो : X / @CoHNACanada
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उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं का गठबंधन (सीओएचएनए) कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तानी तत्वों के हमले के विरोध में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेगा। जानकारी के मुताबिक, यह विरोध प्रदर्शन मंदिर और सरे के लक्ष्मी नारायण मंदिर में खालिस्तानी धमकी और हिंदू विरोधी धारणा के खिलाफ एकजुटता व्यक्त करने के लिए किया जाएगा। इसे लेकर संगठन ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 4 नवंबर को शाम 6 बजे हिंदू सभा मंदिर, ब्रैम्पटन और लक्ष्मी नारायण मंदिर, सरे में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के लिए हमसे जुड़ें। कनाडा में हिंदू मंदिरों के खिलाफ हिंसा के एक दिन बाद, आइए खालिस्तानी धमकी और हिंदू विरोधी धारणा के खिलाफ एकजुट हों।
CoHNA vehemently condemns this brazen attack by Khalistanis on Hindu-Canadian devotees within the Hindu Sabha temple in Brampton. This exposes just how deep and unchecked Khalistani extremism runs in Canada.
On a Diwali weekend no less, when Hindus are celebrating the triumph… pic.twitter.com/bsmLAfboJ2
— CoHNA Canada (@CoHNACanada) November 3, 2024
सीओएचएनए ने खालिस्तानी आतंकवादियों पर लगाया आरोप
इससे पहले, संगठन ने हमले का एक वीडियो साझा किया। हिंदू कैनेडियन फाउंडेशन, एक गैर-लाभकारी संगठन ने आरोप लगाया कि खालिस्तानी आतंकवादियों ने बच्चों और महिलाओं पर हमला किया। वहीं कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने इस हमले को ‘भारत विरोधी’ तत्वों की तरफ से हिंसक व्यवधान बताया और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए चिंता व्यक्त की। भारतीय दूतावास के बयान में कहा गया, स्थानीय सह-आयोजकों के पूर्ण सहयोग से हमारे वाणिज्य दूतावास की ओर से आयोजित किए जा रहे नियमित परामर्श कार्य के लिए इस तरह के व्यवधानों को अनुमति देना बेहद निराशाजनक है। हम भारतीय नागरिकों सहित आवेदकों की सुरक्षा के लिए भी बहुत चिंतित हैं, जिनकी मांग पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
विदेश मंत्रालय ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को ब्रैम्पटन में “हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा” की निंदा की। एक बयान में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कनाडा सरकार से मांग की कि हिंसा में शामिल लोगों पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
कनाडा के राजनेताओं ने की पीएम ट्रूडो की निंदा
वहीं इस हमले की कनाडा के राजनीतिक हलकों से व्यापक निंदा हुई, जिसमें प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी शामिल हैं। कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोलीवरे ने इस घटना को पूरी तरह से अस्वीकार्य करार दिया। कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने कहा कि बदमाशों ने अपनी हदें पार की और कनाडा में बेशर्म हिंसक उग्रवाद के उदय को चिह्नित किया।
पीएम ट्रूडो ने भी हमले की निंदा की
जबकि पीएम ट्रूडो ने हमले की निंदा की और जोर देकर कहा कि सभी कनाडाई नागरिक को स्वतंत्र रूप से और सुरक्षित रूप से अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। उन्होंने ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में आज हुई हिंसा अस्वीकार्य है। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है। समुदाय की सुरक्षा और इस घटना की जांच के लिए तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए पील क्षेत्रीय पुलिस को धन्यवाद।